SDO त्रिपाठी मामले में नया मोड़,मारने रुके और खुद ही गिरे फर्श पर..video
कोरबा। कोरबा जिले के कटघोरा वन मंडल में पदस्थ सब डिविजनल ऑफीसर संजय त्रिपाठी पर गौरेला में वन मंडल कार्यालय परिसर में आज दोपहर हमला कर सिर फोड़ने की घटना में दोपहर बाद नया मोड़ आ गया। बाबू परमेश्वर गुर्जर पर हमला करने का आरोप लगा है, उसने अपने बयान में कहा है कि उसने मारा नहीं बल्कि अपना बचाव किया और एसडीओ स्वयं फर्श पर गिरकर चोटिल हुए हैं।
इस घटना को लेकर प्रारंभिक तौर पर जो तात्कालिक जानकारी सामने आई थी, उसके मुताबिक पेंड्रा वन विभाग कार्यालय में पदस्थ बाबू परमेश्वर गुर्जर के खिलाफ फर्जी सर्टिफिकेट के मामले में विभागीय जांच जारी है। जांच अधिकारी रामकुमार सिदार आज शुक्रवार को 11 बजे करीब जांच में पहुंचे थे। मामले की गवाही में कटघोरा एसडीओ संजय त्रिपाठी भी आये हुए थे। इसी दौरान बाबू ने त्रिपाठी पर जानलेवा हमला कर दिया जिससे त्रिपाठी का सिर फटने की जानकारी आम हुई। त्रिपाठी को गौरेला हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
इस मामले को लेकर दोपहर बाद बाबू परमेश्वर गुर्जर का एक वीडियो बयान सामने आया जिसमें उसने कहा है कि- वह अपनी ड्यूटी पर गया था, किसी मामले में एसडीओ संजय त्रिपाठी आए थे और एसडीओ कार्यालय के बाहर उसे (बाबू को) देखकर गाड़ी रोक कर उतरे और ड्राइवर के साथ उस पर हमलावर होने लगे। बाबू ने अपना बचाव किया और इस दौरान एसडीओ स्वयं ही फर्श पर गिरकर सिर में चोट लगने से चोटिल हो गए। बाबू अपनी जान बचाने वहां से भाग निकला।
बाबू के मुताबिक वह एसडीओ की साजिश का शिकार हुआ है और उसके विरुद्ध साजिश के तहत नौकरी से बर्खास्त करने की कार्रवाई की गई थी। पिछले 3 वर्षों से वह एसडीओ से परेशान है और पुलिस में उसके खिलाफ पहले शिकायत कर चुका है। आज भी वह घटना की शिकायत लेकर थाना पहुंचा लेकिन मौके पर थाना प्रभारी के उपस्थित नहीं होने के कारण आवेदन देने में विलंब हुआ। इधर इस पूरे घटनाक्रम को लेकर कोरबा जिला से लेकर गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिला और प्रदेश के वन महकमा में खासी चर्चा गर्म है कि आखिर घटना की वास्तविकता क्या है?