कोरबा ।बुधवार को देर शाम छत्तीसगढ़ की नवनिर्वाचित भाजपा सरकार ने एक आदेश जारी कर डीएमएफ फंड से स्वीकृत कामों की समीक्षा करने और जो काम प्रारंभ नही हुए हैं उन पर तत्काल रोक लगाते हुए स्वीकृत कामों की समीक्षा करने और नवीन शासी परिषद के गठन हेतु आदेश जारी किया है । इसके बाद कोरबा सहित पूरे छत्तीसगढ़ में डीएमएफ फंड से पूर्ववर्ती सरकार के स्वीकृत कामों पर तत्काल प्रभाव से रोक लग गई है ।
अभी जब छत्तीसगढ़ में नव गठित सरकार का मंत्रिमंडल तक गठन नहीं हुआ है और शीतकालीन सत्र को लेकर सरकार की कई प्राथमिकताएं हैं, ऐसे में सरकार ने डीएमएफ फंड को संज्ञान में लेकर आदेश जारी किया है। ऐसे में पिछले दिनों सोशल मीडिया पर जारी एक ट्वीट की तरफ ध्यान बरबस ही चला जाता है जिसमें कोरबा के भाजपा नेता अमित टमकोरिया ने एक शिकायत सीधे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से 2 दिन पहले की थी, उसके बाद यह आदेश जारी हुआ। बताया जाता है कि भाजपा नेता ने सीधे मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को पूर्ववर्ती सरकार द्वारा हजारों करोड रुपए के काम चुनाव पूर्व स्वीकृत करने की बात से अवगत कराया था । साथ ही कोरबा जिले में भी चुनाव कर संहिता लगने से पूर्व डीएमएफ और सीएसआर फंड से लगभग 100 करोड़ के बेहिसाब काम स्वीकृत करने की भी जानकारी दी थी। उसमे महिला बाल विकास विभाग में करोड़ों के बर्तन खरीदी और उसको रात के अंधेरे में आंगनबाड़ी केंद्रों में भेजने की शिकायत भी भाजपा नेता ने मुख्यमंत्री से की थी । उन्होंने जो काम शुरू नही हुए हैं उन्हें तत्काल रोकने का निवेदन भी सीएम से किया था ।
इसके बाद युवा भाजपा नेता ने सीएम और डिप्टी सीएम को ट्वीट भी किया था । सूत्र बताते है कि मामले पर सीएम ने सीधे संज्ञान लिया जिसके बाद आज ये आदेश जारी हुआ है ।इससे डीएमएफ में बड़ी गड़बड़ी करने वालों में जहां हडकम्प मची हुई है वहीं ऐसा इरादा रखने वालों के मंसूबों पर पानी फिर गया है।
देखें ट्वीट लिंक,,, क्या लिखा भाजपा नेता ने
https://x.com/TamkoriaAmit/status/1736377695196361215?t=UnYQFUeJHGaw9ii4CaCyjQ&s=09