KORBA:पहली बार पहाड़ी कोरवाओं के बीच पहुंचीं न्यायाधीश,स्वरोजगार व आमदनी का अवसर मांगा कोरवाओं ने
0 विधिक साक्षरता शिविर आयोजित कर जाना हाल
कोरबा। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोरबा की सचिव एवं व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-2 कु. डिंपल के द्वारा विशेष संरक्षित जनजाति एवं राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र पहाड़ी कोरवा जनजाति के बीच बीहड़ क्षेत्र ग्राम पतरापाली पहुंच कर विधिक साक्षरता शिविर आयोजित कर उनका हाल जाना गया। सरल-सहज कोरवाओं की तरफ से वनोपज निर्मित झाड़ू भेंट किया गया।(झाड़ू लक्ष्मी स्वरूपा मानी जाती हैं)। इस भेंट को न्यायाधीश ने सहर्ष स्वीकार किया।
कोरवा जनजाति ने लोकगीत गाकर उनका का स्वागत किया। कोरवा जनजाति के बीच पहुंच कर उनकी जीवन शैली, जीवन यापन के माध्यम, संस्कृति और विचार से अवगत हुई। कोरवा जनजाति ने पहली बार किसी न्यायाधीश को अपने बीच पाकर प्रसन्नता जाहिर किया। कोरवा जनजाति की महिलाओं ने विशेष कर सचिव से खुल कर अपनी जीवन शैली, रोजगार, स्वास्थ्य, रीति रिवाज के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। वही पुरुषो ने कोरवा बच्चो के शिक्षा के विषय पर जानकारी दिया एवं आंगनबाड़ी केंद्र दूर होने की जानकारी दी जिससे कोरवा जनजाति के बच्चे शिक्षा को सही तरीके से ग्रहण नही कर पा रहे है बताया।
कोरवा जनजाति के सभी लोगो ने एक राय होकर सचिव को शासन से स्वरोजगार और आमदनी के अवसर प्रदाय कराने की अपील की। सचिव के द्वारा आवश्यक कानूनी जानकारियां लोगो को दी गई एवं उनकी मांगों पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा हर संभव प्रयास किए जाने की बात कही गई। शिविर में पैरालीगल वोलेंटियर मो. आवेश कुरैशी, उपेंद्र राठौर, अहमद खान सहित ग्राम के उपसरपंच अमर सिंह, रोजगार सहायक राजू राठिया के साथ बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित रहे।