कोरबा । कोरबा जिले में 2 दिन पहले लूट की एक वारदात हो गई। शराब दुकान में इस लूट को अंजाम दिया गया। नकाबपोश लुटेरों ने बंदूक की नोक पर पूरी घटना को अंजाम दिया लेकिन जब इस घटना का सीसीटीवी फुटेज क्लिपिंग सामने आया तो यह लूट बहुत ही आसान सी नजर आ रही है। ऐसा लग रहा है मानो यह कोई खेल चल रहा है और शराब दुकान के कर्मचारी लुटने के लिए तैयार बैठे थे।
वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि दुकान के भीतर मौजूद दो कर्मचारी किस तरह से बड़ी आसानी से अपनी नजरों के सामने रुपए उठा कर ले जाते देख रहे हैं लेकिन लुटेरों के हाथ में कोई बंदूक और हथियार नजर नहीं आ रहा। दोनों कर्मचारी किसी भी तरह का ना तो विरोध करते दिख रहे हैं, ना कोई प्रतिकार। ऐसा लग रहा है मानो कोई बच्चों का खेल चल रहा है और यह लोग मिलकर लूट-लूट खेल रहे हैं। दो लोग आकर नोटों की गड्डियाँ उठाते हैं और जाते-जाते चिल्हर व नोट वाला कार्टून भी एक युवक लौटकर उठा ले जाता है।
0 सुरक्षा किस काम की,सावधानी क्यों नहीं
इस घटना ने यह भी सवाल उठाया है कि आखिर शराब दुकानों में तैनात सुरक्षा व्यवस्था और सुरक्षा कर्मी आखिर किस काम के? इससे पहले भी इस तरह की लूट की घटनाएं हो चुकी हैं। हाल ही में दर्री थानांतर्गत ग्राम गोपालपुर में भी कुछ इसी तर्ज पर लूट की वारदात को अंजाम दिया गया था जिसमें एक आरोपी गिरफ्त में है जबकि शेष दो लोग फरार हैं। हालांकि लूट में नकली पिस्तौल का इस्तेमाल किया गया था लेकिन पाली के मामले में हाथ में कोई ऐसी वस्तु तो फिलहाल नजर नहीं आ रही। यह सवाल पुलिस कर्मियों के बीच से ही निकाल कर आया है कि शराब दुकानों में इस तरह के हो रहे वारदातों को देखते हुए दुकान के कर्मचारी/ सुरक्षा कर्मी कोई सबक आखिर क्यों नहीं ले रहे। अपने दुकान और रकम की सुरक्षा के लिए कर्मी तैनात रखते हैं और दुकान में तीन से चार कर्मचारी काम पर लगे रहते हैं, वह अपने बचाव में भी किसी तरह का प्रयास करते नजर नहीं आते और बड़ी आसानी से वारदात हो जाती है। ऐसे में अपराधों से निपटने के प्रति सजगता का अभाव साफ झलकता है।
0 यह है पूरा मामला
इस मामले में शराब दुकान के सुपरवाइजर विवेक कुमार डिक्सेना की रिपोर्ट पर पाली थाना में 3 अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध धारा 34, 397, 458 IPC के तहत जुर्म दर्ज किया गया है। सुपरवाईजर ने बताया कि 24 अप्रेल को सुबह 10 बजे से रात्रि 10 बजे तक ड्यूटी पर था। वह भाई की शादी होने के कारण दुकान प्रभारी सुकांत पाण्डे से रात्रि 8 बजे अनुमति लेकर चला गया था। देशी मदिरा दुकान में कर्मचारी अनिल कुमार, बृजेश कुमार, सतेन्द्र श्रीवास उपस्थित थे। रात्रि लगभग 09.30 बजे सतेन्द्र श्रीवास ने फोन कर बताया कि देशी मदिरा दुकान का ग्रील आधा खुला था। ग्रील में संकल व ताला लगा था। ग्रील के नीचे से तीन अज्ञात व्यक्ति मदिरा दुकान के अन्दर जबरदस्ती घुस कर बन्दूक नुमा हथियार दिखाकर गाली- गलौच कर कुल बिक्री रकम नगद को जिसमें 500, 200, 100 , 50, 20, 10 रूपये के नोट थे, लूट कर तीनों मोटर सायकल से भाग गये। दुकान प्रभारी सुकांत पाण्डे को मोबाईल से सूचना दिया गया। कुल बिक्री रकम 3 लाख 02 हजार 400 रूपये था। एरिया मैनेजर टीकम सिंह राठौर के साथ थाना आकर सुपरवाइजर ने रिपोर्ट कराया है।