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ISI के लिए जासूसी के आरोप में पकड़ी गई यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा मध्यप्रदेश आई थी… पहलगाम हमले से पहले पाकिस्तान में थी

एसपी हिसार शशांक कुमार सावन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, ज्योति मल्होत्रा प्रायोजित यात्राओं पर पाकिस्तान जाती थी. वह पहलगाम हमले से पहले पाकिस्तान में थी. बता दे की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा करीब एक साल पहले मध्यप्रदेश के उज्जैन और इंदौर भी आई थी।

नई दिल्ली:पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी के आरोप में पकड़ी गई यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा करीब एक साल पहले मध्यप्रदेश के उज्जैन और इंदौर भी आई थी। ज्योति के यूट्यूब चैनल ट्रेवल विथ जो पर ये वीडियो हैं। पहला वीडियो (23 मार्च 2024) हिसार से उज्जैन की रेल यात्रा का है और दूसरा वीडियो (26 मार्च 2024) इंदौर से दिल्ली की बस यात्रा का है।

खास बात यह है कि उज्जैन और इंदौर में कई टूरिस्ट प्लेस होने के बावजूद ज्योति ने केवल यहां आने और यहां से जाने के वीडियो ही शेयर किए हैं। दोनों शहरों में वो कहां-कहां घूमी इसका कोई वीडियो उसने शेयर नहीं किया है।

हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार है। उन पर ISI को भारतीय जानकारी देने का आरोप है। जांच में छह लोग गिरफ्तार हुए और पाकिस्तानी उच्चायोग के कर्मचारी दानिश का नाम सामने आया।

पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंट शाकिर से संपर्क बनाए रखने के लिए उसका मोबाइल नंबर अपने फोन में ‘जट रंधावा’ जैसे किसी फर्जी नाम से सेव कर रखा था। यह तरीका उन्हें भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की नजरों से बचने में मदद करता था और जासूसी गतिविधियों को छिपाने का एक प्रयास था। उनके डिवाइस से मिले डेटा में यह जानकारी सामने आई है।
पुलिस का दावा है कि यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा ने अपने लाखों सब्सक्राइबर्स वाले यूट्यूब चैनल ‘ट्रैवल विद जो’ का गलत इस्तेमाल किया। पाकिस्तानी एजेंटों के निर्देश पर वह अपने वीडियो के जरिए पाकिस्तान की सकारात्मक छवि पेश करती थीं और भारतीय दर्शकों को प्रभावित करने का प्रयास करती थीं। साथ ही, वह भारत की संवेदनशील जगहों, जैसे कश्मीर और सैन्य क्षेत्रों, की जानकारी इकट्ठा कर ISI को भेजती थीं। उनके डिवाइस से मिले डेटा इसकी पुष्टि करते हैं।

जासूसी के आरोप में यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में ज्योति दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में एक डिनर पार्टी में शामिल होती दिख रही हैं और उच्चायोग के कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश और उसकी पत्नी के साथ गर्मजोशी से बातचीत कर रही हैं। यह वीडियो उनके पाकिस्तानी संपर्कों का सबूत माना जा रहा है और जांच का हिस्सा है।

पहलगाम हमले से पहले पाकिस्तान में थी ज्योति मल्होत्रा: SP हिसार

एसपी हिसार शशांक कुमार सावन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, ज्योति मल्होत्रा प्रायोजित यात्राओं पर पाकिस्तान जाती थी. वह पहलगाम हमले से पहले पाकिस्तान में थी. हम जांच कर रहे हैं, क्योंकि हमारे पास सुराग हैं कि उसके साथ अन्य लोग भी शामिल थे,” एसपी ने कहा, “आधुनिक युद्ध केवल सीमा पर ही नहीं लड़े जाते. पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी कुछ सोशल मीडिया प्रभावशाली लोगों की भर्ती करने की कोशिश कर रहे हैं, और वे इसका इस्तेमाल अपने संदेश को आगे बढ़ाने के लिए करते हैं.

क्या एक यूट्यूबर 26 भारतीयों की मौत की गवाह नहीं, सूत्र थी?

अब यहां प्रश्न यह उठता है कि क्या एक यूट्यूबर 26 भारतीयों की मौत की गवाह नहीं, सूत्र थी? जानकारी के मुताबिक अब इस केस ने भारत की खुफिया एजेंसियों को हिला दिया है। NIA, RAW और IB मिलकर उसके डिजिटल ट्रैक्स खंगाल रहे हैं। ये मामला अब सिर्फ एक गिरफ्तारी नहीं, राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है

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