KORBA:केंद्रीय कोयला मंत्री से न मिल पाए और न ही काला झंडा दिखा सके एसईसीएल गेवरा खदान के भू-विस्थापित.. फिर एक बार ठगे गए
कोरबा। केंद्रीय कोयला मंत्री जी. किशन रेड्डी ने गुरुवार को एसईसीएल की गेवरा खदान का दौरा किया। इस दौरान भू-विस्थापितों ने अपनी समस्याओं पर चर्चा के लिए प्रबंधन के माध्यम से मंत्री से मिलने का समय मांगा, लेकिन प्रबंधन ने उनकी मांग को अनसुना कर दिया।

प्रबंधन के इस रवैये से नाराज भू-विस्थापितों ने मंत्री को काला झंडा दिखाने की योजना बनाई और गेवरा पहुंचे लेकिन, पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया और मंत्री के लौटने के बाद रिहा कर दिया। बता दे किअपने प्रवास के दौरान कोयला मंत्री ने कोयला खनन की गतिविधियों का जायजा लिया। चुनिंदा कामगारों को सम्मानित किया। अधिकारियों की बैठक ली। शानदार लंच लिया और वापस लौट गए। क्षेत्र के भू विस्थापित अब कह रहे हैं- हमारी समस्या का समाधान यहां के अधिकारी नहीं कर रहे हैं इसलिए हम एकजुट होकर मंत्री जी के समक्ष अपनी मांग और बात रखते लेकिन प्रबंधन ने षड्यंत्र करके हमें उन तक पहुंचने नहीं दिया. उन्होंने कहा कि जनता को मंत्री तक अपनी बात पहुंचाने का पूरा अधिकार है।
बता दें कि गेवरा परियोजना सहित अन्य खदानों में भू-विस्थापित लंबे समय से अपनी समस्याएं एसईसीएल अधिकारियों के सामने रख रहे हैं, लेकिन उनकी बात सुनने वाला कोई नहीं है। धरना-प्रदर्शन के बावजूद उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा। नौकरी और मुआवजे की मांग को लेकर प्रभावित परिवारों में भारी आक्रोश है।
भू-विस्थापितों ने अपनी समस्याओं को केंद्रीय कोयला मंत्री जी. किशन रेड्डी तक पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन एसईसीएल का जनसंपर्क विभाग उन्हें समय दिलाने में विफल रहा। प्रबंधन के इस व्यवहार से न केवल भू-विस्थापितों बल्कि मीडियाकर्मियों में भी रोष है। अब प्रभावित लोग प्रबंधन के इस रवैये की शिकायत उच्च अधिकारियों से करने की तैयारी कर रहे हैं।