लक्ष्मण वन में भोजली त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया
कोरबा। सीपीआई के जिला सचिव पवन कुमार वर्मा एवं महिला फेडरेशन के पदाधिकारी वार्ड क्रमांक 12 लक्ष्मण वन में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी छत्तीसगढ़ के छत्तीसगढ़ का पारंपरिक भोजली त्यौहार को रीति-रिवाज के साथ बढ़ चढ़कर सामूहिक रूप से धूमधाम से मनाया गया।
भोजली त्यौहार एक कृषि पर्व है जिसमें हर साल सावन में शुक्ल पक्ष के पंचमी के दिन भोजली को बोया जाता है।
यहां पर महिलाओं ने बांस की टोकरी, थाली में खाद और मिट्टी डाल कर ज्वारा, गेहू, मूंग, चना बोया और पूर्णिमा के दिन उस भोजली देवी का गीत गाते, पूजा करते हुए फसल अच्छा हो इसकी कामना किए।
भोजली को सिर पर रखकर गीत गाते हुवे गाजे-बाजे के साथ वार्ड की परिक्रमा किये। उसके बाद नहर किनारे भोजली देवी का विसर्जन कार्यक्रम किया गया।
विसर्जन करते वक्त उस भोजली में से कुछ लेकर अपने भाई के कान में लगाया गया जिससे भाई – बहन के रिश्ते में मित्रता बनी रहे। भोजली से दोस्त (मितान) बनाने के लिए भी उसके कान में भोजली को लगाकर दोस्त बनाया गया।
विसर्जन कार्यक्रम करते समय सीपीआई के ब्रांच सचिव हेमा चौहान, जिला परिषद सदस्य मीना यादव, महिला फेडरेशन अध्यक्ष सुशीला यादव, सचिव केवरा यादव, वरिष्ठ साथी आसमती यादव, किरण चौहान, तुलसी वर्मा, खेलबाई यादव, प्रेमाबाई सिदार, लक्ष्मी सिदार ,सरिता सिदार, कामिनी कश्यप, सुशीला श्रीवास, संतोषी यादव, अनीता यादव, किरनलाल यादव, सुकवारा भाई यादव, कचराबाई यादव, सुशीला यादव, जानकी यादव, गायत्री यादव, रानु यादव, कुमारी नेहा यादव, राजकुमारी यादव, जानकी, राधिका यादव, रामलाल यादव, शिवचरण सिदार, अमर सिंह यादव, बजरंग यादव, अमन यादव, फूल कुमारी साहू, सरस्वती यादव आदि सैकड़ो की तादात में महिला, पुरुष, बच्चे उपस्थित रहे।