KORBA:रेत का अवैध भंडारण जारी,बारिश में कलाबाजारी की तैयारी
0 जप्त रेत पर जुर्माना की बजाय वापस नदी में समाहित कराने की जरूरत
कोरबा। मानसून की दस्तक के साथ ही 3 सप्ताह बाद बारिश के सीजन तक एनजीटी की गाइडलाइन के तहत नदी-नालों से रेत खनन पर कागजी प्रतिबंध लग जाएगा। हालांकि तस्कर और रेत चोर कोई पाबंदी नहीं मानते और इनकी धरपकड़ भी पूरी तरह नहीं होती।
प्रतिबन्ध से पहले वैध और अवैध रेत घाटों से रेत का खनन करने माफिया सक्रिय हो गए हैं। रेत माफिया सक्रिय होकर आउटर में जंगल व अन्य सुनसान जगह पर अवैध रेत भंडारण करने लगे हैं। इसके लिए रात के अंधेरे में नदी-नाला किनारे से अवैध रेत खनन कराया जाता है। दिन के उजाले में अवैध भंडारण का काम बंद रहता है, जिससे नजर में न चढ़े। रेत माफियाओं द्वारा शहर से लगे ग्राम सोनपुरी, बरबसपुर, बरमपुर, बांगो, कटघोरा आदि क्षेत्र व शहर के भीतर खाली प्लॉट की आड़ में अवैध भंडारण किया जा रहा है।
शहर से लगे सोनपुरी गांव के समीप जंगल में बड़े पैमाने पर अवैध रूप से रेत का भंडारण की जानकारी मिलने पर जिला खनिज अधिकारी प्रमोद नायक के निर्देश पर सहायक खनिज अधिकारी उत्तम खूंटे ने खनिज निरीक्षक खिलावन कुलार्य् को टीम समेत मौके पर कार्रवाई के निर्देश दिए। टीम ने गुरुवार को मौके पर छापा मारा तो वहां 200 ट्रिप रेत का भंडारण पाया गया। चोरी के अवैध भण्डारित रेत को जप्त करने के मामले में विभाग के अधिकारियों का कहना रहता है कि अवैध भंडारण का जुर्माना वसूल लिया जाता है लेकिन इस तरह की प्रवृत्ति पर रोक लगाने की जरूरत है। नदियों से बेदर्दी से खोदी रेत के कारण जल स्त्रोतों पर विपरीत प्रभाव पड़ता है इसलिए इस तरह के अवैधानिक रेत को वापस नदी में समाहित कराया जाना चाहिए।
0 जप्त रेत पार्षद पुत्र की :-
खनिज विभाग ने जो रेत जप्त की है वह फिलहाल लावारिस बताई जा रही है क्योंकि मौके पर कोई भंडारणकर्ता नहीं मिला। हालांकि बताया जा रहा है कि उक्त रेत का भंडारण भाजपा पार्षद के पुत्र हीरू जायसवाल के द्वारा कराया जा रहा था लेकिन विभाग को इसे लावारिस मान कर जप्त करना पड़ा है।
0 पुलिस का रवैय्या समझ से परे, कभी इनका-कभी उनका मसला…?
अवैध रेत का खनन और परिवहन के मामले में पुलिस विभाग द्वारा की जा रही धरपकड़ सवालों के घेरे में है। कभी पुलिस के अधिकारी अवैध रेत पकड़ने निकल पड़ते हैं तो कभी इस पर रोक लगा दी जाती है। पूर्व में अधिकारियों ने अपने-अपने हिसाब से इस मामले को हैंडल किया। मौजूदा एसपी ने पदस्थापना के बाद रेत के कई अवैध भंडारण पर ताबड़तोड़ कार्रवाई कराई जिसमें बरमपुर भी शामिल रहा। बरमपुर के अवैध भंडारण स्थल से बड़े पैमाने पर रेत जप्त कराई गई तो ऐसा लगा कि मानो आने वाले दिनों में रेत चोरों की शामत आएगी लेकिन हुआ कुछ नहीं। एक बार की कार्रवाई के बाद अब पुलिस अधिकारियों ने कप्तान के निर्देश पर रेत की चोरी, अवैध परिवहन और अवैध खनन जैसे मामलों से हाथ खींच लिए हैं। कुसमुंडा नपुलिस ने जिस जगह पर दबिश देकर लगभग 900 ट्रैक्टर रेत की जप्ती की थी, उसी से लगे एक अन्य अवैध भंडारण पर नजर नहीं पड़ना भी सवालों को जन्म देता रहा। इसके बाद पुलिस ने पूरे मामले से हाथ खींच लिया और रेत का मसाला खनिज विभाग का होना बताकर कार्रवाई से मुंह फेर लिया है। इस मामले में सर्वमङ्गला एरिया काफी चर्चित है।
0 ट्रैक्टरों को यातायात उल्लंघन की छूट :- पूरे नगर क्षेत्र में एक चर्चा बड़ी तेजी से आम हो रही है कि जिले का परिवहन विभाग हो या यातायात अमला इन्होंने शायद रेत परिवहन में लगे वाहनों को उल्लंघन की छूट दे रखी है। एकाएक ट्रैक्टरों का चलन बढ़ा है और कई ट्रैक्टर इस खेल में उतर गए हैं। रेत परिवहन में लगे टैक्टरों के डाला और इंजन के सामने से नंबर गायब रहते हैं। ट्रैक्टरों को चला रहे चालक के पास लाइसेंस है या नहीं इसकी भी कोई पड़ताल नहीं होती। ट्रैक्टर चालक नाबालिग है या बालिग, इसकी भी कोई जांच नहीं हो रही जबकि बालिग से दिखने वाले कई नाबालिग वाहनों को दौड़ा रहे हैं। दीपका थाना क्षेत्र में एक स्कूल वैन जब दुर्घटना का शिकार हुआ तब पता चला कि चालक तो नाबालिग है। जिले में कई नाबालिग के हाथों छोटे-बड़े वाहनों की स्टेयरिंग है लेकिन जांच पड़ताल और सख्ती के अभाव में यह फर्राटे से दौड़ रहे हैं।
0 ट्रैक्टरों को यातायात उल्लंघन की छूट0 पिछले साल घाट बंद, अब तक चल रहा भंडारण
नए गाइडलाइन में अब शहरी क्षेत्र में नगरीय निकाय रेत खदान का संचालन कर रहे हैं तो ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत को जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। पोड़ी-उपरोड़ा के ग्राम पंचायत बांगो में हसदेव नदी के किनारे खुला रेत खदान पिछले साल बंद हो गया। लेकिन नदी के समीप ही बड़ी मात्रा में रेत भंडारण किया गया है। लगातार हाईवा से ढुलाई के बाद भी भंडारण की रेत कम नहीं हो रही है।
0 जानकारी जुटाकर की जा रही है कार्रवाई
सहायक खनिज अधिकारी उत्तम खुंटे के मुताबिक कई जगह रेत के अवैध भंडारण की सूचना मिल रही है। बारिश के दौरान प्रतिबंधित अवधि में अवैध रेत खनन, परिवहन व भंडारण के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।