0 1500 लीटर जप्ती के बाद जारी रखनी होगी कार्रवाई,नेटवर्क तलाशने छोड़ना होगा याराना
कोरबा। नवपदस्थ पुलिस कप्तान सिद्धार्थ तिवारी के तेवर और विशेष अभियान को धता बताते हुए एसईसीएल की कुसमुंडा खदान अभी भी डीजल चोरी का हॉट स्पॉट बना हुआ है। चोर हर रोज खदान से डीजल और कबाड़ की चोरी कर रहे हैं। ये चोरी लाखों की है जिसका आंकड़ा महीने में करोड़ों तक चला जाता है। क्या ये संभव है कि बिना सुरक्षा कर्मियों और अधिकारियों की मिली भगत के इतनी बड़ी चोरी को अंजाम दिया जा सकता है?
कुसमुंडा पुलिस द्वारा एक सूचना के बाद लगभग 1500 लीटर जप्त करने की कार्रवाई कर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया लेकिन उसके सरगना अभी भी गिरफ्त से बाहर हैं। डीजल चोरों पर सख्त कार्रवाई करने के लिए इनसे याराना छोड़ने की जरूरत है और लगातार अभियान चलाए रखने की आवश्यकता है अन्यथा उनके नेटवर्क को ध्वस्त करना हमेशा चुनौती ही बनी रहेगी।
इन सबके बीच कुसमुंडा खदान में SECL के विभागीय सुरक्षा कर्मियों के अलावा CISF और त्रिपुरा स्टेट राइफल की तैनाती के बावजूद चोरों का दुस्साहस है कि वे पीली बत्ती लगी बोलेरो में डंफर के डीजल टैंक में पाइप लगाकर डीजल की चोरी कर रहे हैं।
खदान सूत्रों की मानें तो किसी उमाकांत काले के द्वारा संरक्षण में दुस्साहस पूर्वक चोरी कराई जा रही है। वह पीली बत्ती लगी गाड़ी लेकर खदान के भीतर बड़ी गाड़ियों के पास पहुंच कर हर रोज लाखों का डीजल चुरा कर ले जा रहा है।
पुलिस पकड़ में इसके और इसके लोगों के नहीं आने का कारण बताया जाता है कि कुसमुंडा क्षेत्र के ही एक ट्रांसपोर्टर के ट्रेलर में इनके चोरी के डीजल को खपा देना है इसलिए चोरी का तेल बाहर निकलता ही नहीं और पकड़ा नहीं जाता। संबंधित ट्रांसपोर्टर द्वारा इनको संरक्षण देने का दावा है।
0 किराये का वाहन की आड़
सूत्र बताते हैं कि कुछ दिनों पहले कुसमुंडा इलाके में सड़क किनारे पलटी एक बोलेरो में भी डीजल चोरी का काम किया जा रहा था। जब उसका पीछा किया जा रहा था तो उक्त गाड़ी पलट गई और चोरों ने गाड़ी में रखे डीजल के खाली और भरे डिब्बों को मौके से हटा दिया, लेकिन वो बोलेरो के अंदर से आने वाली डीजल की दुर्गंध को दूर नहीं कर पाए। बताते हैं कि उस बोलेरो वाहन को भी उमा ने एग्रीमेंट कर किराए पर लिया हुआ था।