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सजा भुगतने पहुंचे सुखबीर बादल: गले में तख्ती लटकाकर स्वर्ण मंदिर में निभाएंगे सेवा, बर्तन मांझे,जूते साफ किए, करेंगे टायलेट साफ

“जत्थेदार रघबीर सिंह की ओर से धार्मिक सजा सुनाने के तुरंत बाद सुखबीर बादल समेत सभी दोषी अकाली नेताओं के गले में तख्तियां डाली गईं। इन तख्तियों पर गुरबाणी की पंक्तियां अंकित हैं- निरवैर पुरख सतगुरु प्रभ दाते, हम अपराधी तुम बख्शाते, जिस पापी को मिले ना ढोई, शरण आवे ता निर्मल होई।। इसमें परमात्मा को संबोधित करते हुए कहा गया है कि हे वाहेगुरु हम अपराधी हैं और तुम बख्शने वाले हो। हम जैसे जिस भी पापी को कोई शरण आसरा सहारा नहीं मिलता है, वह अगर तेरी शरण में आ जाता है, तो वह पवित्र पावन हो जाता है।”

शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने राम रहीम को माफी देने की गलती कबूली है. श्री अकाल तख्त साहिब ने दोष कबूल करने पर उन्हें सजा (तनखाह) दी. सजा मिलने के बाद मंगलवार को वे अमृतसर के स्वर्ण मंदिर पहुंचे. धार्मिक सजा के बाद गले में पट्टिका लटकाकर वे स्वर्ण मंदिर पहुंचे,
सजा में स्वर्ण मंदिर में ‘सेवादार’ के रूप में काम करने को कहा गया है. जूठे बर्तन और जूते साफ करने का निर्देश भी उनको मिला है. अकाल तख्त ने 2007 से 2017 तक पंजाब में शिरोमणि अकाली दल और उसकी सरकार द्वारा की गई ‘गलतियों’ का हवाला देते हुए उन्हें यह सजा सुनाई.

O पहले किया तनखैया घोषित,इन गलतियों के दोषी घोषित

93 दिन पहले ही सुखबीर को तनखैया घोषित किया गया था. उन्हें शिअद के शासनकाल में चार ‘गलतियों’ के लिए दोषी पाया गया है. सुखबीर पर आरोप था कि उन्होंने 2015 में पवित्र पुस्तक गुरु ग्रंथ साहिब के बेअदबी मामले में दोषियों को सजा नहीं दी और श्रीगुरु गोविंद सिंह जी की तरह कपड़े पहनकर अमृत छकाने का स्वांग रचने के आरोपी गुरमीत राम रहीम सिंह को माफ दिलाने में भूमिका निभाई है. जिस वक्त पंजाब में बेअदबी के मामले हुए, उस वक्त सुखबीर के पिता प्रकाश सिंह बादल मुख्यमंत्री थे. सुखबीर बादल को 30 अगस्त को अकाल तख्त ने तनखैया (धार्मिक कदाचार का दोषी) घोषित किया था.

O दो बार पंजाब के रहे डिप्टी सीएम, पिता रहे 5 बार सीएम

सुखबीर बादल पंजाब के दो बार डिप्टी सीएम रहे हैं और 16 साल तक शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष रहे हैं. उनके पिता दिवंगत प्रकाश सिंह बादल 5 बार पंजाब के सीएम रहे हैं. प्रकाश सिंह बादल ने शिअद की स्थापना की थी.

इसके अलावा, तख्त श्री ने सुखबीर के पिता प्रकाश सिंह बादल को 13 साल पहले दिया गया फख्र-ए-कौम खिताब वापस ले लिया है. पंजाब में प्रकाश ‘बड़े बादल’ के नाम से चर्चित रहे हैं.

O शिअद में सुधार के लिए उठाना होगा ये कदम

श्री अकाल तख्त साहिब ने अकाली दल की कार्य समिति को तीन दिन के भीतर सुखबीर बादल समेत सभी के इस्तीफा स्वीकार करने और अकाल तख्त साहिब को रिपोर्ट करने का निर्देश दिया है. अकाल तख्त ने कार्य समिति को सदस्यता अभियान शुरू करने और छह महीने के भीतर नए अध्यक्ष का चुनाव करने का भी निर्देश दिया है. यानी अब शिअद को ना सिर्फ नए सदस्य बनाने होंगे, बल्कि सभी पदों पर नई नियुक्तियां भी करनी होंगी.

O श्री अकाल तख्त के सामने हुई पेशी

सुखबीर बादल के मामले को लेकर श्री अकाल तख्त में पांच सिंह साहिबानों की बैठक हुई. इसमें सुखबीर समेत सभी आरोपियों की पेशी हुई. तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुबर सिंह ने कहा, सुखबीर ने अपराध कुबूल कर लिए हैं कि उन्होंने जत्थेदार साहिबों को अपने आवास पर बुलाया और डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को माफी देने के लिए उन पर दबाव बनाया. इस काम में प्रकाश सिंह बादल भी शामिल थे. इसलिए उन्हें दिया गया खिताब वापस लेने का फैसला लिया है.

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