रील बनाने ली किराए पर महिंद्रा थार, रेल्वे ट्रैक पर दौड़ने के लिए चढ़ा दी , पीछे से आ गई मालगाड़ी… फिर
आजतक अपने रेल की पटरियों में ट्रेन को खूब दौड़ते हुए देखा होगा। लेकिन हाल की में एक शख़्स ने महिंद्रा कंपनी की थार (कार) को रेल्वे ट्रैक पर दौड़ाने के लिए चढ़ा दी,इस दौरान कार ट्रैक पर फंस गई और पीछे से मालगाड़ी आ रही थी.
जयपुर:: रील के इस जमाने में आज लोग कुछ भी करने को तैयार है। रील और स्टंटबाजी के चक्कर में कई लोगों की जान तक चली गई। लोग ऐसी अजीबों गरीब हरकत कर देते है जिन्हें देखने के बाद लोग हक्के बक्के रह जाते हैं।हाल ही में कुछ ऐसा ही नजारा लोगों को चौका रहा हैं। जिसे देख कर लोगो ने अपना माथा पकड़ लिया।
जानकारी के अनुसार राजस्थान से एक मामला सामने आया है। नशे में धूत थार कार सवार की हरकत ने सभी के होश उड़ा दिए। सोमवार को नशे में धुत्त चालक ने थार को रेलवे ट्रैक पर चढ़ा दिया. चालक का इरादा दोस्तों के साथ कार को ट्रैक पर दौड़ाने का था. लेकिन अचानक थार पटरियों के बीच फंस गई. पीछे से रेलवे ट्रैक पर मालगाड़ी आ रही थी.
मालगाड़ी को आता देख थार में बैठे युवक उतरकर भाग गये. ड्राइवर थार से नहीं निकला. मामला राजधानी जयपुर के सिवांर इलाके का है. बताया जा रहा है कि युवकों ने किराये पर कार ली थी. किराये की कार लेकर रेलवे ट्रैक पर पहुंच गये. चालक थार को रेलवे ट्रैक पर दौड़ाना चाह रहा था. दुर्भाग्य से पहिये पटरियों के बीच फंस गये. पीछे रेलवे ट्रैक पर मालगाड़ी आ रही थी. दोस्त उतरकर भाग निकले लेकिन चालक कार में बैठा रहा. मालगाड़ी के लोको पायलट ने थार को ट्रैक पर देखकर ब्रेक लगा दिए.
लोको पायलट की सूझबूझ से टला हादसा
लोको पायलट की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया. आरपीएफ के जवान और स्थानीय लोग मौके पर पहुंच गये. उन्होंने पटरियों में फंसी कार को निकाला. थार के रेलवे ट्रैक से किनारे आने पर लोगों ने राहत की सांस ली. बताया जा रहा है कि ट्रैक से बाहर आने के बाद ड्राइवर स्पीड में थार भगाकर ले गया.
रास्ते में कार से वाहनों और दुपहिया की टक्कर होने के बावजूद चालक नहीं रुका. खतरनाक स्टंटबाजी का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने पड़ताल शुरू की. घटनास्थल से चार किलोमीटर दूर थार जीप लावारिस खड़ी मिली.
पुलिस ने जीप को जब्त कर मालिक की तलाश शुरू की. पता चला कि थार को पारीक पथ सिंवार मोड़ निवासी कुशाल चौधरी चला रहा था. आरपीएफ की तरफ से मुकदमा दर्ज किया गया है. रेलवे प्रोटेक्शन एक्ट की धारा 153 के अलावा धारा 147 और 174 में मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश जारी है.