देवेन्द्र फडणवीस का महाराष्ट्र सीएम बनना अब राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) पर निर्भर
नई दिल्ली: महाराष्ट्र में नई सरकार बनाने को लेकर पेंच फंस गया हैअगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इस पर सस्पेंस बरकरार है. इस बीच खबर आई है कि बीजेपी आलाकमान किसी मराठा चेहरे को सीएम बना सकता है. अगर ऐसा होता है तो देवेंद्र फडणवीस फिर से मुख्यमंत्री बनने से चूक जाएंगे.
फडणवीस का महाराष्ट्र सीएम बनना अब राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) पर निर्भर है. अगर संघ दबाव बढ़ाएगा तभी देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री की कुर्सी मिल सकती है. नहीं तो बीजेपी शीर्ष नेतृत्व किसी मराठा नेता राज्य की कमान देगा. मालूम हो कि महाराष्ट्र में मराठा विधायकों की संख्या काफी ज्यादा है.
बता दें कि देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा चुनाव में काफी मेहनत की थी. फडणवीस राज्य के चुनिंदा नेताओं में हैं जो प्रचार के लिए हर जिले में गए. विधायकों के बीच फडणवीस जितनी पकड़ शायद ही महाराष्ट्र के किसी और नेता की हो. ऐसे में अगर फडणवीस को मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाता है तो ये उनके लिए बड़ा झटका माना जाएगा.
महाराष्ट्र में नई सरकार का जो फॉर्मूला तय हुआ है, उसके तहत एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार वाली एनसीपी को डिप्टी सीएम का पद दिया जाएगा. एनसीपी की ओर से अजित पवार का उप-मुख्यमंत्री बनना तय है. वहीं, शिवसेना की तरफ से एकनाथ शिंदे उप-मुख्यमंत्री बनेंगे या नहीं, ये अभी तय नहीं हो पाया है. बताया जा रहा है कि शिंदे केंद्र में मंत्री बन सकते हैं और अपने किसी करीबी नेता को डिप्टी सीएम बना सकते हैं.
माना जा रहा है कि CM चुनने में जातीय गणित की बड़ी भूमिका हो सकती है, क्योंकि 288 सीटों की विधानसभा में मराठा समुदाय के विधायक बड़ी संख्या में हैं। देवेंद्र फडणवीस ब्राह्मण हैं। ऐसे में भाजपा नेतृत्व CM के लिए कुछ मराठा नेताओं पर भी विचार कर रहा है। हालांकि, सूत्रों की मानें तो RSS ने दबाव बढ़ाया तो फडणवीस के CM बनने की संभावना ज्यादा है।
BJP चौंकाने में माहिर
बता दे कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) चौंकाने में माहिर है। जैसा दिखाई देता है, जिसकी चर्चा होती है, असल में वैसा होता नहीं है। 2014 में नरेंद्र मोदी सरकार आने के बाद बीजेपी हमेशा चौंकाती रही है। राष्ट्रपति के चुनाव की बात हो या फिर किसी राज्य के मुख्यमंत्री बनाने की, हमेशा बीजेपी चौंकाने वाले नाम देती रही है। दरअसल सन 2014 के विधानसभा चुनाव नतीजे आने के बाद मुख्यमंत्री के नाम की चर्चा एकनाथ खडसे, गोपीनाथ मुंडे सहित कई सारे और नाम की थी, लेकिन पार्टी ने सभी को आश्चर्यचकित करते हुए देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाया।
उद्धव ठाकरे की सरकार गिरने के बाद कयास लगाया जा रहा था कि देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री बनाए जाएंगे, लेकिन अचानक ही एकनाथ शिंदे का नाम मुख्यमंत्री के लिए सामने आया। उन्हें मुख्यमंत्री की शपथ दिलाई गई तो उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को बनाया गया, जबकि उस वक्त किसी को इसकी भनक तक नहीं लगने की दी गई।
इसी तरह से मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में पिछला चुनाव लड़ा गया। लाडली बहना योजना उनकी देन थी। उस वक्त सभी सर्वे यही बोल रहे थे कि कांग्रेस की सरकार बनेगी, लेकिन बीजेपी की वापसी हुई। परंतु पार्टी ने शिवराज सिंह को मुख्यमंत्री नहीं बनाया। उनकी जगह पर चौंकाने वाला नाम आया मोहन यादव का। इसी तरह से राजस्थान में भी बीजेपी ने किया। विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार चुनाव जीतने वाले भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाया जबकि चार-पांच बार विधायक ताकते रह गए।