कोरबा। पुलिसिंग के कार्य में कसावट लाने के साथ-साथ किसी भी घटना की सूचना पर क्विक रिस्पांस देने की कवायदों के बीच एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें अनैतिक कार्य होने की सूचना जागरूक नागरिक होने के नाते पुलिस अधिकारियों को देने का बार-बार प्रयास किया गया लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। इस कार्य का विरोध करने को लेकर देर शाम युवाओं में मारपीट भी हो गई और जैसा कि अक्सर फिल्मों में होता है कि घटना हो जाने के काफी देर बाद पुलिस मौके पर पहुंचती है, कुछ इसी तर्ज पर एक पुलिस कर्मी ने सारा मैदान साफ होने के बाद फोन किया।
यह वाक्या शहर थाना अंतर्गत नदी से लगी बस्ती में मंगलवार को पेश आया। यहां सुबह करीब 10 बजे से एक घर में अनैतिक कार्य से जुड़ी युवती पहुंची थी और रात लगभग 10-11 बजे तक उसकी मौजूदगी यहां बनी रही। शुरू में तो उस घर में आवाजाही पर किसी को संदेह नहीं हुआ लेकिन जाने-अनजाने कई चेहरे आने लगे तो पता चला कि इस घर में अनैतिक कार्य कराया जा रहा है। मोहल्ले के कुछ जागरूक युवाओं ने जो कि अक्सर पुलिस मित्र की भूमिका निभाते रहे हैं, पुलिस कर्मियों के नंबर पर फोन करते रहे लेकिन रिस्पांस नहीं मिला। थानेदार के सरकारी नंबर से लेकर थाना के सक्रिय और मैदानी कर्मचारियों को भी फोन लगाया गया लेकिन वे भी फोन उठाना जरूरी नहीं समझे। पुलिस कंट्रोल रूम से भी रिस्पांस नहीं मिला और डॉयल 112 से संपर्क करने पर आ रहा हूं कहते रहे पर आए नहीं। विश्वसनीय सूत्र के मुताबिक जिस घर में अनैतिक कार्य कराया जा रहा था, उसे संरक्षण देने वाले युवक और उसके साथियों के द्वारा गाली-गलौच व अभद्रता किए जाने पर ऐतराज जताया गया तो मारपीट पर उतारू हो गए। पुलिस कर्मियों के संज्ञान में लाए जाने के तमाम प्रयासों में असफल जागरूक युवाओं में निराशा देखी गई। इस बीच रात करीब 9.30 बजे बाहर से आए लडक़ों ने जागरूक लडक़ों के साथ गाली-गलौच कर मारपीट को अंजाम दिया। जो बीच-बचाव करने पहुंचे तो उनके साथ भी हाथापाई कर चोट पहुंचाई गई। घटनास्थल क्षेत्र से बमुश्किल 1 किलोमीटर दूर थाना तक यह सूचना नहीं पहुंच पाना और इस तरह की आपात स्थितियों में मदद व कार्यवाही की अपेक्षा पूरी नहीं होने से कार्यशैली पर लोगों ने सवाल उठाए हैं।