कोरबा मेडिकल कॉलेज में मरीजो को परोसा जाने वाले भोजन में हो रही घोर लापरवाही, वेंडर और मैनेजमेंट की सांठ गांठ, नए टेंडर टालने का प्रयास
कोरबा:कोरबा मेडिकल कॉलेज में मरीजो को परोसा जाने वाला भोजन का हाइजीनिक तरीके से नहीं रखा जा रहा है। मरीजों को परोसा जाने वाले भोजन की थाली के ऊपर प्लास्टिक का रैपर लगाकर भोजन परोसन अनिवार्य है. रेफर लगाने का मुख्य उद्देश्य भोजन के ऊपर मखी, मच्छर या कोई अन्य कीटाणु न बैठे। लेकिन यहां इस कार्य में पूरी तरह से लापरवाही बरती जा रही है। इस बात की जानकारी हॉस्पिटल मैनेजमेंट को भी हैं।
बताया जा रहा है की वर्तमान में जो वेंडर है उसको मैनेजमेंट का आशीर्वाद मिला हुआ हैं वजह यही है कि वेंडर यहां अपनी मनमानी करने से बाज नहीं आ रहा हैं। इसका असर मरीजों के स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है। वही कॉलेज मैनेजमेंट भी अनदेखी कर रहा है वेंडर का कार्यकाल 31 दिसंबर को पूरा हो रहा है, लेकिन मैनेजमेंट की ओर से नया टेंडर करने की अभी तक कोई प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है। बताया जाता है कि वेंडर और ऊपर के मैनेजमेंट की सांठगांठ से इस टेंडर को आगे बढ़ाने का प्रयास जारी हैं ताकि पुराना वेंडर ही कार्य करता रहे। यहां यह बात भी उल्लेखनीय है कि मरीजों को इस कड़ाके की ठंड में पीने का गर्म पानी उपलब्ध कराना कैंटीन चलने वाले का दायित्व होता है, लेकिन मरीजों को गर्म पानी नहीं दिया जा रहा है। कैंटीन के संचालक को गर्म पानी की व्यवस्था करना अनिवार्य है । बता दे कि गरम और ठंडा पानी आरो के माध्यम से मरीजों को मिल सके कि व्यवस्था पूर्व के कैंटीन संचालक ने कर रखी थी लेकिन यह व्यवस्था वर्तमान कैंटीन संचालक ने नहीं कर रखी है इस कड़ाके की ठंड में जेएसएस के मरीजों को गर्भवती महिलाओं को गर्म पानी की आवश्यकता पड़ती है जो उन्हें वर्तमान में नहीं मिल पा रहा है कोरबा मेडिकल कॉलेज के मरीजों को परोसा जाने वाला भोजन जो डाइटरी सर्विस के अंतर्गत आता है उसे टेंडर का 1 वर्ष 31 12.2024 को पूर्ण हो रहा है मैनेजमेंट को चाहिए कि वह नया टेंडर जल्द से जल्द लागू करें ताकि मरीजों को साफ सुथरी और अच्छी सुविधा मिल सके।