Uncategorized

केदारनाथ हेलीकॉप्टर हादसा: हादसे से पहले पायलट का आखिरी संदेश.. राजवीर सिंह हाल ही में जुड़वा बच्चों के पिता बने थे

हेलीकॉप्टर क्रेश के मामले में प्रारंभिक जांच में खराब मौसम को हादसे की मुख्य वजह माना जा रहा है। सुबह-सुबह की उड़ान के दौरान बादल और कम दृश्यता जैसी स्थितियाँ मौजूद थीं, जो कि पहाड़ी इलाकों में जोखिम को भरा बना देता है। इस हादसे में पायलट राजवीर सिंह सहित सात लोगों की मौत हों गई

Uttarakhand Helicopter Crash : उत्तराखंड के गौरीकुंड इलाके में रविवार सुबह एक दुखद हादसा हुआ, जब एक हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में जयपुर निवासी पायलट राजवीर सिंह (37) समेत कुल सात लोगों की जान चली गई। राजवीर हाल ही में पिता बने थे, और अपने जुड़वां बच्चों को छोड़ इस दुनिया से विदा हो गए।

राजवीर सिंह भारतीय सेना से लेफ्टिनेंट कर्नल के पद से सेवानिवृत्त थे

राजवीर सिंह भारतीय सेना से लेफ्टिनेंट कर्नल के पद से सेवानिवृत्त थे और पिछले नौ महीनों से आर्यन एविएशन प्राइवेट लिमिटेड के साथ बतौर पायलट सेवा दे रहे थे। कंपनी केदारनाथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के लिए हेलिकॉप्टर सेवाएं मुहैया कराती है।

हादसे से पहले का आखिरी संदेश

सुबह लगभग 5:20 बजे राजवीर ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को अंतिम संदेश भेजा था “लैंडिंग के लिए लेफ्ट टर्न कर रहा हूं।” इसके कुछ ही क्षणों बाद हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। हादसा गौरीकुंड के घने जंगल में हुआ, जिससे राहत और बचाव कार्य में भी मुश्किलें आईं।

परिवार पर टूटा दुख का पहाड़

जयपुर के शास्त्री नगर में रहने वाले राजवीर का परिवार इस खबर से स्तब्ध है। उनके पिता गोविंद सिंह, जो बीएसएनएल से रिटायर्ड हैं, उन्होंने बताया कि उन्हें दुर्घटना की सूचना दो घंटे बाद मिली। तीन हेलिकॉप्टर एक साथ निकले थे। दो सुरक्षित लैंड कर गए, लेकिन राजवीर का चॉपर क्रैश हो गया।

14 साल बाद दंपती चार महीने पहले ही जुड़वां बेटों के माता-पिता बने थे

राजवीर की पत्नी दीपिका चौहान भी सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर कार्यरत हैं। शादी के 14 साल बाद यह दंपती चार महीने पहले ही जुड़वां बेटों के माता-पिता बने थे। यह खबर पूरे परिवार के लिए किसी गहरे आघात से कम नहीं है।

पहचान में आ रही है दिक्कत, डीएनए जांच जारी

गढ़वाल रेंज के आईजी ने बताया कि सभी शव बुरी तरह से जल चुके हैं, जिससे उनकी पहचान कर पाना मुश्किल हो रहा है। शवों को परिजनों को सौंपने से पहले डीएनए परीक्षण किया जाएगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker