SECL की अमानवीयता, रिटायर कामगारों को एरियर्स का भुगतान नहीं
0 जमा एरियर्स राशि का ब्याज सहित कामगारों को जल्द करें भुगतान:दीपेश मिश्रा
कोरबा। भारतीय खान मजदूर फेडरेशन (एटक) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दीपेश मिश्रा ने बयान जारी कर कहा है कि एसईसीएल प्रबंधन रिटायर्ड हुए कामगारों के साथ अमानवीय हरकतें कर रही है।
इस संबंध मे उन्होंने विस्तार से बताया कि कोयला मजदूरों का 11वां वेतन समझौता 20.5.2023 को हुआ जो कि नियमानुसार 1.7.2021 से लागू किया गया। इस दरम्यान जो मजदूर 1.7.2021 के बाद रिटायर्ड हुए हैं उनको एरियर का भुगतान नही किया गया है जबकि 13 मार्च को कोल इंडिया के निदेशक ( कार्मिक एवं औद्योगिक संबंध) ने सभी अनुषंगी कंपनी के प्रबंध निदेशक को निर्देश दिया था कि 31 मार्च तक रिटायर्ड कामगारों का बकाया एरियर भुगतान कर दिया जाए परंतु सुत्रों के हवाले से जो जानकारी मिल रही है कि एसईसीएल के सिर्फ चार एरिया क्रमशः गेवरा, दिपिका, सोहागपुर एंव बिश्रामपुर मे ही सेवानिवृत कर्मचारियों को 11 वां वेतनमान समझौते का एरियर भुगतान किया गया है जबकि 31 मार्च 2024 तक एसईसीएल के सभी क्षेत्रों के सेवानिवृत्त कामगारों को राष्ट्रीय कोयला वेतन समझौता 11 के तहत बढ़े हुए वेतनमान का बकाया रकम का भुगतान किया जाना था पर नहीं किया गया है।
दीपेश मिश्रा ने कहा एक तरफ तो एस.ई.सी.एल प्रबंधन प्रेस बयान देकर यह दावा करती है कि वित्तीय वर्ष 23-24 मे एसईसीएल ने 187 मिलियन टन उत्पादन कर रिकॉर्ड बनाया है परंतु वंही सेवानिवृत हुए कामगारों का 11वां वेतनमान का बकाया रकम का भुगतान नहीं किया गया जो कि कायदे से 31 मार्च 2024 तक कर दिया जाना था परंतु उसे बेवजह रोक दिया गया है जो कतई उचित नहीं है। दीपेश मिश्रा ने कहा कि एक ओर रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने सभी बैंकों को गाइडलाइन जारी करते हुए कहा हैकि बैंक मे जमा रकम का प्रतिदिन का ब्याज देना है तो इस क्रम मे अगर एसईसीएल प्रबंधन ने 31.3.2024 तक तय सीमा के तहत बैंक खाते मे सेवा निवृत हुए कामगारों को राष्ट्रीय कोयला वेतन समझौता 11 का बकाया रकम बैंक खाते में नहीं डाला है तो आज दिनांक तक का ब्याज जोड़कर क्या प्रबंधन सेवानिवृत हुए कामगारों को बकाया एरियर रकम का भुगतान करेगा? यह एक सवाल है। उन्होंने अंत में कहा कि सेवानिवृत हुए कामगारों को बकाया एरियर का भुगतान न करना यह एसईसीएल प्रबंधन के सेवानिवृत हुए कामगारों के प्रति गैरजिम्मेदाराना हरकतों को उजागर करता है जो कतई ठीक नहीं है। इस क्रम मे एसईसीएल से कहा है कि जिन क्षेत्रों मे एरियर भुगतान नहीं किया है तत्काल सेवानिवृत हुए कामगारों को ब्याज जोड़कर बकाया एरियर भुगतान किया जाए।