Cyclone Alert: यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर, दक्षिण पूर्व रेल्वे ने 150 से अधिक ट्रेनों का संचालन रद्द किया,जाने कौन सी ट्रेन कैंसिल हुई है
कोलकाता:गंभीर चक्रवाती तूफान के 25 अक्टूबर को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों से टकराने की आशंका के मद्देनजर दक्षिण पूर्व रेलवे (SER) ने 150 से अधिक एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों को रद्द करने का निर्णय लिया है।
एसईआर के अधिकारियों ने मंगलवार, 22 अक्टूबर को इस बारे में जानकारी दी है।
रद्द की गई ट्रेनें
रद्द की गई ट्रेनों में प्रमुख रूप से हावड़ा-सिकंदराबाद फलकनुमा एक्सप्रेस, कामाख्या-यशवंतपुर एसी एक्सप्रेस, हावड़ा-पुरी शताब्दी एक्सप्रेस, हावड़ा-भुवनेश्वर शताब्दी एक्सप्रेस और हावड़ा-यशवंतपुर एक्सप्रेस शामिल हैं। ये ट्रेनें 23 से 25 अक्टूबर के बीच अपने शुरुआती स्टेशनों से प्रस्थान करने वाली थीं।
एसईआर के अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यदि आवश्यक हुआ, तो दक्षिण पूर्व क्षेत्र से गुजरने वाली अन्य ट्रेनों को भी रद्द किया जा सकता है। यह निर्णय यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, क्योंकि चक्रवाती तूफान के कारण मौसम की स्थिति बहुत बिगड़ सकती है।
कोलकाता मुख्यालय वाले एसईआर क्षेत्र में शामिल हैं ये राज्य
कोलकाता मुख्यालय वाले एसईआर क्षेत्र में पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड शामिल हैं, जो इस समय चक्रवात के प्रभाव में आ सकते हैं। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे अपनी यात्रा की योजना बनाते समय मौसम की स्थिति का ध्यान रखें और समय से पहले जानकारी प्राप्त करें। एसईआर ने यात्रियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। इसके साथ ही, रेलवे स्टेशनों पर रद्द की गई ट्रेनों की जानकारी भी प्रदर्शित की जा रही है ताकि यात्रियों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
तूफान की तैयारी के तहत, एसईआर ने ट्रेनों के संचालन की सुरक्षा मानकों को बढ़ा दिया है और अपने कर्मचारियों को भी उचित निर्देश दिए हैं। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि चक्रवाती तूफान के कारण भारी बारिश और तेज हवाएं आ सकती हैं, जिससे तटीय क्षेत्रों में जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
यात्री अपनी टिकटों की स्थिति की जानकारी के लिए रेलवे की वेबसाइट या हेल्पलाइन पर संपर्क कर सकते हैं। इस गंभीर स्थिति में रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी है और उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा से बचाने के लिए सभी संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
