हवाई हमलों से बचाव के लिए 54 साल बाद देश में होने जा रही मॉक ड्रिल, गृह मंत्रालय ने राज्यों को दिए निर्देश… 7 मई को बजेगा “एयर रेड” वार्निग सायरन..होगा ब्लैक आउट
Civil Defense Mock Drill: सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल एक नियोजित अभ्यास है, जिसका उद्देश्य नागरिकों, प्रशासन और आपातकालीन सेवाओं को युद्ध, प्राकृतिक आपदा, या अन्य आपात स्थितियों जैसे हवाई हमले, आतंकी हमले, या रासायनिक हमले के लिए तैयार करना है। भारत में, विशेष रूप से 7 मई 2025 को 259 चिह्नित जिलों में होने वाली यह मॉक ड्रिल, युद्ध जैसी परिस्थितियों में नागरिकों की सुरक्षा और प्रतिक्रिया क्षमता को मजबूत करने के लिए आयोजित की जा रही है। यह 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद पहला इतना बड़ा सिविल डिफेंस अभ्यास है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा और नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण है।

नई दिल्ली: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला किया था, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई थी।

इस आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, भारत सरकार ने सुरक्षा के मोर्चे पर बड़ा कदम उठाया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश के कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 7 मई (बुधवार) को सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल (नागरिक सुरक्षा अभ्यास) आयोजित करने का निर्देश दिया है। इस दौरान हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन देशभर में बजाए जाएंगे।

इस ड्रिल का उद्देश्य आम नागरिकों को युद्ध जैसी आपात स्थिति में सुरक्षा के उपायों के प्रति प्रशिक्षित करना और नागरिक सुरक्षा प्रणाली की तैयारियों को परखना है। ड्रिल का उद्देश्य: जनता को जागरूक करना, रणनीतिक परिसरों की सुरक्षा सुनिश्चित करना सूत्रों के अनुसार, यह मॉक ड्रिल सिर्फ एक रूटीन प्रक्रिया नहीं है, बल्कि इसके तहत देश की भीतरूनी सुरक्षा को मजबूत करने और संभावित बाहरी हमलों की स्थिति में जनता की भागीदारी सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है।
इस दौरान क्या होगा?
O ड्रिल के दौरान हवाई हमले की चेतावनी वाले सायरन बजेंगे
O ब्लैकआउट की व्यवस्था की जाएगी, यानी पूरे क्षेत्र की बिजली काट दी जाएगी
O रणनीतिक संस्थानों और प्लांट्स को छुपाने (कैमोफ्लाज) की तैयारी की जाएगी
O निकासी (evacuation) योजनाओं का अभ्यास किया जाएगा
स्कूलों, कॉलेजों और आम नागरिकों को सुरक्षा उपायों की ट्रेनिंग दी जाएगी
राज्यों से कहा गया है कि वे अपने स्थानीय निकायों और प्रशासनिक इकाइयों के साथ मिलकर इन योजनाओं का परीक्षण करें और यदि ज़रूरत हो तो उन्हें अपडेट भी करें। पाकिस्तान की 11 दिन से जारी गोलाबारी के बीच ड्रिल के निर्देश इस ड्रिल की टाइमिंग विशेष रूप से संदेह और चिंता का विषय बन गई है क्योंकि पिछले 11 दिनों से पाकिस्तान की ओर से नियंत्रण रेखा (LoC) पर लगातार गोलीबारी की जा रही है।
यह गोलीबारी बिना किसी उकसावे के हो रही है, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। भारत सरकार की यह मॉक ड्रिल ऐसे समय में आयोजित हो रही है जब सीमा पर तनाव चरम पर है और पाकिस्तान अपनी रक्षा तैयारियों को तेज कर रहा है। सीमा चौकियों को मजबूत किया जा रहा है और मिसाइल परीक्षण भी तेज़ी से किए जा रहे हैं।
22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमला बना ट्रिगर
यह सब घटनाक्रम 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सामने आया है। पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला किया था, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई थी। मृतकों में एक नेपाली नागरिक भी शामिल था। यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद सबसे गंभीर आतंकी घटना मानी जा रही है। पाकिस्तान को आशंका है कि भारत इसकी जवाबी कार्रवाई कर सकता है। इसी आशंका के चलते वह अपनी रक्षा तैयारियों में जुट गया है।
नागरिकों को सतर्क रहना होगा
7 मई को होने वाली इस राष्ट्रव्यापी ड्रिल में नागरिकों को न केवल शामिल होने का मौका मिलेगा, बल्कि उन्हें यह सिखाया जाएगा कि हवाई हमले या किसी बड़े आपातकाल के समय कैसे अपनी और दूसरों की जान बचाई जाए। सरकार का यह कदम नागरिक सुरक्षा ढांचे को सशक्त करने की दिशा में एक अहम पहल माना जा रहा है।