शादी में लूटा दिए थे 112 करोड़, महादेव ऐप का मास्टर माइंड छत्तीसगढ़ का सौरभ चंद्रकार दुबई में गिरफ्तार
नई दिल्ली/रायपुर: महादेव ऐप के मास्टर माइंड सौरभ चंद्रकार को दुबई से भारत लाया जा रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक महादेव सट्टा एप के जरिये करीब 6 हजार करोड़ रूपये का घोटाला करने वाले सौरभ चंद्राकर को दुबई में हिरासत में ले लिया किया गया है।
उसे एक हफ्ते के अंदर भारत लाया जा सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह कार्रवाई इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर की गई है। जिसे प्रवर्तन निदेशालय के अनुरोध पर जारी किया गया था। इस प्रकरण में ईडी, विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय ने मिलकर बड़ा एक्शन लिया है।
छत्तीसगढ़ में चलता था जूस की दुकान
ज्ञात हो कि सौरभ चंद्राकर छत्तीसगढ़ के भिलाई शहर में एक साधारण से जूस सेंटर का संचालन करता था, लेकिन उसने अपने शातिर दिमाग से महादेव सट्टा एप का सरगना बनने तक का सफर तय किया। भारत सरकार लगातार सौरभ चंद्राकर को भारत लाने का प्रयास कर रही थी।
महादेव एप आखिर है क्या?
महादेव बेटिंग ऐप कई डिजिटल माध्यमो से ऑपरेट किया जाता है। इस बेटिंग ऐप में लोगों को जुएं में पैसा लगाने का प्रस्ताव दिया जाता है। महादेव बुक की वेबसाइट के माध्यम से देश में पोकर, कार्ड गेम्स, क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल के मैच पर धन लगाया जाता हैं। हर जुए की तरह इस ऐप में भी लोग अधिक कमाई करने के लालच में कमाई लुटा देते हैं।
सौरभ के कारण कांग्रेस को हुआ था भारी नुकसान
सौरभ चंद्राकर पूर्व सीएम भूपेश बघेल के गृह नगर भिलाई का रहने वाला है। छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव के दौरान भूपेश बघेल के ऊपर महादेव सट्टा एप केस में बड़े आरोप लगाए गये थे। ईडी ने जांच में आरोप लगाया था कि महादेव सट्टा एप के मालिक रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर से भूपेश ने 508 करोड़ रुपये प्रोटेक्शन मनी के तौर पर लेने का कार्य किया है। उस समय भाजपा ने इसे जमकर मुद्दा बनाया था,जिसका नुकसान कांग्रेस को चुनाव में भुगतना पड़ा।
शादी में लूटा दिए थे 112 करोड़
महादेव बेटिंग ऐप प्रकरण में बीते साल बॉलीवुड के कई सेलिब्रिटी, सिंगर्स, अभिनेता और कॉमेडियन ईडी के रडार पर आ गए थे। इन मशहूर हस्तियों का नाम सौरभ चंद्राकर के साथ जुड़ने की वजह से सामने आया था। ED के अनुसार, सौरभ चंद्राकर की शादी समारोह में एक मैनेजमेंट कंपनी के माध्यम से 112 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था। वहीं, होटल की बुकिंग के लिए 42 करोड़ रुपये की भारीभरकम धनराशि नकद के जरिए दी गयी थी। भारत सरकार ने इस बेटिंग ऐप पर प्रतिबंध लगाने से पूर्व 2023 में कुल 138 ऑनलाइन बेटिंग ऐप और 94 डिजिटल लोन ऐप पर बैन लगाया था।
