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राज्य महिला आयोग के सदस्यों का कार्यकाल समाप्त

आयोग ने सदस्यों को विदाई समारोह में किया सम्मानित

महिलाओं को न्याय दिलाने में सभी सदस्यों का हमेशा सहयोग रहा डॉ. किरणमयी नायक

रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग के सदस्य श्रीमती नीता विश्वकर्मा (सरगुजा), श्रीमती अर्चना उपाध्याय (कोरबा) एवं श्रीमती बालो बघेल (बस्तर) का कार्यकाल पुरा हुआ। 3 वर्ष पूर्व 5 सदस्यों की नियुक्ति हुई थी जिसमें श्रीमती राठौर की कार्यकाल के दौरान स्वर्गवास हो गया था एवं डॉ. अनिता रावटे ने 2 माह पूर्व इस्तीफा दे दिया था। बाकी तीनों सदस्यों ने अपना कार्यकाल दिनांक 27 जुलाई 2024 को पूर्ण किया।

ज्ञात हो कि पांचो सदस्यों ने 27 जुलाई 2021 को आयोग में पदभार ग्रहण किया था। आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक के निर्देश पर आयोग द्वारा सदस्यों की विदाई समारोह कार्यक्रम का आयोजन आयोग मुख्यालय में किया गया। कार्यक्रम की शुरूवात करते हुये अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक द्वारा सदस्य श्रीमती नीता विश्वकर्मा (सरगुजा), श्रीमती अर्चना उपाध्याय (कोरबा) एवं श्रीमती बालो बघेल (बस्तर) का मेमेन्टो श्रीफल एवं शाल द्वारा सम्मानित किया गया। जिसमें आयोग के सदस्य सचिव श्री मनोज कुमार, सहायक संचालिका श्रीमती पुष्पा किरण कुजूर एवं समस्त कर्मचारीगण उपस्थित थे।

उपस्थितजनों को संबोधित करते हुये अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने बताया कि उनकी नियुक्ति के 1 वर्ष पश्चात् पांचो सदस्यों की नियुक्ति हुई थी। नियुक्ति के पहले अध्यक्ष द्वारा तत्कालीन मुख्यमंत्री छ.ग. शासन से विशेष निवेदन किया गया था कि सभी संभागों से सदस्यों की नियुक्तियां की जाय ताकि महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाने में तथा सभी क्षेत्रों में आयोग के कार्यों को सुचारू रूप से चलाने में आयोग को सहयोग मिलता रहे। फलस्वरूप लगभग सभी संभागों के अन्तर्गत सदस्यों की नियुक्ति हुई थी खास करके बस्तर और सरगुजा संभाग को विशेष ध्यान रखते हुये नियुक्ति की गई थी। अंत में अध्यक्ष ने उपस्थित सदस्यों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुये कहा कि आयोग के कार्यों में एवं महिलाओं को जल्द से जल्द न्याय दिलाने में आप सभी का अनुभव की वजह से ही हमने हजारों की संख्या में महिलाओं को उनका अधिकार दिला पाये। हमारी कोशिश रहेगी कि भविष्य में भी आप सभी के अनुभव का आयोग को सहयोग मिलता रहे।

सदस्य श्रीमती नीता विश्वकर्मा ने कहा कि जब हम किसी परिवार से जुडते है तो उनसे अलग होने में तकलीफ होती है यह 3 वर्ष कब समाप्त हुआ पता ही नहीं चला। अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक के साथ इस 3 वर्ष में बहुत कुछ सीखने को मिला। सदस्य के रूप में भले ही यह मेरा आखरी दिन है मगर महिलाओं को न्याय दिलाने में आगे भी कार्य करते रहेंगे।सदस्य श्रीमती बालो बघेल ने कहा कि मैं बस्तर संभाग की एक छोटे से गांव से आती हूं मुझे डॉ. किरणमयी नायक की वजह से महिलाओं को न्याय दिलाने का अवसर प्राप्त हुआ जिसके लिए मैं अध्यक्ष जी की आभारी हूँ। आयोग में सदस्य के रूप में अध्यक्ष के साथ कार्य करने के उपरान्त बहुत कुछ सिखने को मिला। महिलाओं के लिए आगे भी कार्य करते रहेंगे। आयोग परिवार को बहुत-बहुत धन्यवाद।

सदस्य श्रीमती अर्चना उपाध्याय ने कहा कि इन 3 वर्षों में अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक के साथ में कार्य करने पर बहुत कुछ सीखने को मिला आज मेरे कार्यकाल का अंतिम दिवस है मगर यह मुझे भरोसा ही नही हो रहा है कि मेरा कार्यकाल समाप्त हो गया। आप सभी के सहयोग से यह 3 वर्ष कैसे बीता पता ही नहीं चला। आप सभी के सहयोग के लिए मै आमारी हुँ।

कार्यक्रम के समाप्ति पर सदस्य सचिव मनोज कुमार ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुये कहा कि माननीय अध्यक्ष एवं सदस्यगणों के साथ में सदस्य सचिव के रूप में कार्य करने का भले ही कम दिनों का अनुभव रहा हो मगर बस्तर जिले में जिला कार्यक्रम अधिकारी के रूप में कार्य करते हुए मैने देखा है कि पिछले 4 वर्षों में माननीय अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक एवं सभी सदस्यों ने हजारों की संख्या में महिला उत्पीड़न से संबंधित प्रकरणों पर महिलाओं को हर संभव प्रयास करते हुये न्याय दिलाया है।

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