रंगारंग हैं कोरबा का डिज्नीलैंड मेला: रंगबिरंगे ऊंचे-ऊंचे झूले बड़ा रहे लोगों का रोमांच, खरीददारी के साथ विभिन्न व्यंजनों का लुफ्त, प्रतिदिन बढ़ रही भीड़
कोरबा । कोरबा के बुधवारी बाजार मेला ग्राउंड में चल रहे छत्तीसगढ़ी डिज्नीलैंड मेला में
जिलेवासियों को खरीदारी के अलावा विभिन्न व्यंजनों को टेस्ट करने और देसी-विदेशी झूलों को एंजॉय करने का मौका मिल रहा हैं, जिसमें समय-समय पर एक से बढ़कर एक आकर्षण जोड़ते जा रहे हैं. मेले में छोटे-बड़े सभी को एंजॉय करने का व खरीदी कर रहे है.

सभी आयु वर्ग के लोग टोरा-टोरा एवं एक से बढ़कर एक झूले का ले रहे आनंद
डिज्नीलैंड मेला के संचालक कुलदीप ने बताया कि इस आयोजन में सभी आयु वर्ग के लोग टोरा-टोरा एवं एक से बढ़कर एक झूले झूलकर अपनी छुट्टियों का मज़े ले रहे हैं.आकाश झूला, तिरंगा लाइट, ब्रेक डांस, डिस्को झूला, हवाई झूला, ड्रैगन ट्रेन, मिकी माउस, डोरेमॉन, तारामची, टोरा-टोरा और वाटर बोट जैसे आकर्षण बच्चों और बड़ों को लुभा रहे हैं।

फीश टनल टनल समुद्र के अंदर होने का आभास कराती है.. देखें जलपरी
उन्होंने बताया की मेले का मुख्य आकर्षण का केंद्र जलपरी और फीश टनल बना हुआ है मेले का मुख्य आकर्षण है विदेशी तर्ज पर तैयार ‘फिश टनल’ है, जिसमें विभिन्न देशों की मछलियां तैरती नजर आएंगी और जलपरियां जल क्रीड़ा करती दिखेंगी। यह टनल समुद्र के अंदर होने का आभास कराती है

मेले में 100 से अधिक स्टॉल
इसके अलावा मेले में 100 से अधिक स्टॉल भी लगे हुये है, जहां लोग अपनी पसंद की खरीदारी भी कर सकते है. यहां संपूर्ण भारत के अनेक राज्यों से विभिन्न प्रकार के व्यावसायिक स्टॉल्स लगाए गये है, इनमें फैंसी व जूट की चप्पल, कपड़े, फैंसी बैग, मनिहारी आदि हैं। इसके अलावा हैंडलूम, साडिय़ां, बेडशीट, वुडन हैंडीक्राफ्ट, बैम्बू के अनेक हैंडीक्राफ्ट आइटम्स, फैंसी ज्वेलरी, बच्चों के एक से बढ़कर एक खिलौने, सोफा कवर, सोफा कम बेड, लेडिस बैग, चप्पल जैसे अनेक गृहोपयोगी आटयम्स हैं. समर स्पेशल में लेडीज गारमेंट्स की ढेरों वैरायटी है।
खरीददारी के अलावा मेले में स्वाद प्रेमियों भी ध्यान रखा गया हैं
खरीदारी के अलावा मेले में स्वाद प्रेमियों को ध्यान में रखते हुए इस मेले में स्नैक्स आदि के भी कई स्टॉल लगाए गये हैं, जिसमे वे स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद उठा सकते हैं. इस आयोजन का समय रोजाना शाम 5 बजे से रात्रि 10 बजे तक हैं
ईनाम जीतने का उत्साह
इस बार मेला पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता हुआ अनोखे अंदाज में सजा है। प्रवेश द्वार पर पौधों, मिट्टी, जल संरक्षण और प्रकृति प्रेम को दर्शाते पोस्टर लगाए गए हैं। खेल-मनोरंजन स्टॉल पर गेंद फंसाकर, छल्ला फेंककर, फुटबॉल से गिलास गिराकर और फुग्गे फोडक़र ईनाम जीतने का उत्साह देखने को मिल रहा है।
सुरक्षा की पूरी व्यवस्था
मेला 17 अप्रैल से शुरू होकर 45 दिनों तक चलेगा, जो शाम 5 बजे से रात 10 बजे तक खुला रहेगा। सुरक्षा के लिए फायर एक्सटिंग्विशर, सीसीटीवी कैमरे, निजी गार्ड, प्रशिक्षित कर्मचारी और चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध हैं। फिश टनल के अंदर और बाहर भी सीसीटीवी से निगरानी की जा रही है।