प्रशांत किशोर अब बिहार में वोटकटवा भी नहीं रहे…गांधी मैदान ने कह दिया -PK, अब बस करो ! रैली की भद्द पिटी
पटना:चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी के पहले भव्य प्रदर्शन के लिए ऐतिहासिक गांधी मैदान में लगभग 3-4 लाख लोगों के लिए सभी आवश्यक इंतजाम किए गए थे। हालांकि, शाम 6 बजे जब किशोर मंच पर आए, तो उन्होंने लोगों की कम उपस्थिति के लिए सीधे तौर पर माफी मांगी और प्रशासन पर “रैली की पूर्व सूचना के बावजूद पटना के आसपास लगभग दो लाख लोगों को यातायात में फंसे रहने” का आरोप लगाया।

बता दें कि 11 अप्रैल को हुई रैली से उनकी ऐसी हवा निकली, जैसी पहले किसी नेता की नहीं निकली होगी. पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में शायद ही पहले कभी ऐसी सुपर फ्लॉप रैली हुई होगी. रैली के बाद जनसुराज पार्टी के कर्ताधर्ता प्रशांत किशोर अब बिहार में वोटकटवा भी नहीं रहे. आज की इस तस्वीर को देखने के बाद यह अधिकार भी उनसे जाते हुए दिखाई पड़ रही है.
ऐसी भद्द पिटी,जिसकी कल्पना नहीं की होगी
पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में प्रशांत किशोर ने आज बड़ी रैली बुलाई थी. नाम दिया था….बिहार बदलाव रैली. रैली में 3 से 4 लाख लोगों के जुटाने का दावा किया था. आमलोगों को पटना लाने के लिए पानी की तरह पैसे बहाये गए. सारा संसाधन झोक दिया गया. इसके बाद भी प्रशांत किशोर अपनी इज्जत बचाने में विफल रहे. रैली में लोग नहीं पहुंचे तो दोपहर दो बजे की रैली की टाईमिंग बढ़ा दी गई. कहा गया पीके 2 बजे आयेंगे, 3 बजे आयेंगे, 4 बजे आयेंगे,5 बजे आयेंगे. 6 बजे आयेंगे. प्रशांत किशोर 6 बजकर 4-5 मिनट पर मंच पर आये. तब भी मुट्ठी भर लोग ही आगे की कतार में मौजूद थे. पीछे की अधिकांश कुर्सियां खाली पड़ी थीं. गांधी मैदान में लगी हजारों कुर्सियों पर बैठने वाला कोई नहीं था.
गांधी मैदान ने भी कह दिया – PK अब बस करो !
प्रशांत किशोर गांधी मैदान आये. दो-तीन बातें कहीं, जनता से माफी मांगी और कहा कि अगर हम विफल हुए तो इसके पीछे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का हाथ है. लाखों लोगों को गांधी मैदान आने से रोका गया. प्रशासन ने जानबूझकर रैली में आ रही गाड़ियों को रोक दिया. जिससे लोग नहीं पहुंच सके. पीके यहीं नहीं रूके, कहा कि अगर मैं नहीं होता तो नीतीश कुमार 2015 के चुनाव बाद मुख्यमंत्री नहीं बनते. नीतीश कुमार ने हमें रोका है, 10 दिनों बाद वे पटना से सूबे की यात्रा पर निकलेंगे.
ट्रैफिक एसपी का बयान
ट्रैफिक एसपी (पटना) अपराजिता लोहान ने गांधी सेतु, जेपी सेतु और गांधी मैदान की वास्तविक समय की जीपीएस लोकेशन साझा की, जिसमें पुलिस की तैनाती और यातायात का सुचारू प्रवाह दिखाया गया। बदलाव के लिए, आमतौर पर अव्यवस्थित गांधी सेतु पर वीडियो क्लिप में स्वतंत्र आवाजाही थी। उन्होंने कहा कि हम रैली आयोजकों को पार्किंग सुविधा के बारे में सही जानकारी न देने के लिए नोटिस भेजेंगे, क्योंकि इससे गांधी मैदान के पास कुछ समस्याएं पैदा हुईं। हमें वाहन को गंगा पथ पर ले जाना पड़ा।
जेडीयू का पलटवार
हालांकि, जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि रैली में उतनी ही उपस्थिति थी जितनी सामान्य तौर पर गांधी मैदान में शाम को टहलने वालों की होती है। उन्होंने कहा कि रैली के माध्यम से पीके ने खुद को उजागर करके अच्छा काम किया है और अपनी असफलताओं के लिए दूसरों पर दोष मढ़ने का कोई मतलब नहीं है। उन्हें लगता था कि राजनीति एक व्यवसाय है, लेकिन ऐसा नहीं है। उन्हें संदेश मिल गया है। बड़ी-बड़ी बातें करने से बदलाव नहीं आता है।
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