Uncategorized

प्रयागराज महाकुंभ में हुई भगदड़ : कई की मौत,सीएम योगी की अपील, अखाड़ा परिषद ने लिया बड़ा निर्णय ..जाने

महाकुंभ: प्रयागराज के संगम तट पर मंगलवार-बुधवार की रात करीब डेढ़ बजे भगदड़ मच गई। हादसे में 14 से अधिक लोगों की मौत की खबर है। 50 से ज्यादा श्रद्धालु घायल हैं। स्वरूपरानी अस्पताल में मौजूद एक प्रमुख समाचार पत्र के रिपोर्टर के मुताबिक- 14 शव पोस्टमॉर्टम के लिए लाए जा चुके हैं। हालांकि, प्रशासन ने मौत या घायलों की संख्या को लेकर कोई जानकारी नहीं दी है।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोगों से संयम बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि श्रद्धालु संगम पर ही स्नान करने की न सोचें। गंगा हर जगह पवित्र है, वे जहां हैं उसी तट पर स्नान करें। उधर, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि वीआईपी कल्चर और सरकार की बदइंतजामी के कारण भगदड़ मची है।

अखाड़ा परिषद ने आज मौनी अमावस्या पर होने वाला पवित्र स्नान किया रद्द..

प्रयागराज महाकुंभ में हुई भगदड़ को देखते हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने आज मौनी अमावस्या पर होने वाला पवित्र स्नान रद्द कर दिया है। अखाड़ा परिषद ने सभी 13 अखाड़ों की सहमति से यह निर्णय लिया।साथ ही घोषणा की कि अब सभी अखाड़े बसंत पंचमी पर महाकुंभ में स्नान करेंगे।

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविन्द्र पुरी ने बताया कि आज मौनी अमावस्या पर सभी अखाड़ों के साधु-संत और नागा साधु पवित्र स्नान कर सुबह 4 बजे महाकुंभ के लिए रवाना होने की तैयारी कर रहे थे, तभी महाकुंभ में भगदड़ की खबर आई। महाकुंभ में सबसे पहले स्नान करने वालों में महानिर्वाण अखाड़े के नागा साधु और संत शामिल हैं, जो महाकुंभ परिसर में पहुंच चुके हैं, लेकिन उन्हें भी संगम जाने से रोक दिया गया है। स्नान पांच बजे से पहले शुरू होना था, लेकिन लोगों की भीड़ और भगदड़ की स्थिति को देखते हुए आज पवित्र स्नान रद्द कर दिया गया है।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा कि जो घटना हुई उससे हम दुखी हैं। हमारे साथ हजारों श्रद्धालु थे, लेकिन परिस्थितियों को देखते हुए, जनहित में हमने निर्णय लिया कि अखाड़े आज पवित्र स्नान में भाग नहीं लेंगे। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे आज के बजाय बसंत पंचमी पर स्नान के लिए आएं। यह घटना इसलिए घटी क्योंकि श्रद्धालु संगम घाट तक पहुंचना चाहते थे। इसके बजाय, उन्हें जहां भी पवित्र गंगा दिखे, वहां डुबकी लगा लेनी चाहिए।

यह प्रशासन की गलती नहीं है. करोड़ों लोगों को संभालना आसान नहीं है, हमें अधिकारियों के साथ सहयोग करना चाहिए। राज्य पुलिस ने महाकुंभ में सुरक्षा और स्नान के लिए सभी इंतजाम किए हैं, लेकिन जब भीड़ अधिक हो जाती है तो कई बार दिक्कतें बढ़ जाती हैं। प्रयागराज गंगा, यमुना और सरस्वती का संगम है। इस पावन अवसर पर महाकुंभ में पूर्व, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण का संगम देखने को मिलता है। महाकुंभ 144 साल बाद आयोजित हो रहा है, इसलिए लोग इस अवसर को गंवाना नहीं चाहते।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker