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पिकनिक स्थलों की खूबसूरती को बदरंग न करें,स्वच्छता का भी ख्याल रखें

0 जीव-जन्तुओं के रक्षार्थ जितेंद्र सारथी ने की यह अपील

कोरबा। जिले के प्रायःसभी लोग नए साल की तैयारी में हैं और नए साल का स्वागत में निःसंदेह प्रकृति की खूबसूरत वादियों में स्थित पिकनिक स्थल भी गुलजार होंगे। मन को सुकून देने वाले पिकनिक स्थलों पर कुछ घण्टे बिताने और खुशियां बांटने के दौरान इस बात का भी ख्याल रखना होगा कि उक्त स्थल साफ-सुथरा छोड़कर जाएं।
इस तरह की जनहितकारी अपील वन्यजीव प्रेमी व संरक्षणकर्ता जितेंद्र सारथी ने जिलावासियों से की है। उन्होंने कहा हैं कि इस बात से भी नज़र अंदाज़ या अनदेखा नहीं किया जा सकता की साल भर की कूड़ा कचड़ा गंदगी महज दो महिने में ही पिकनिक स्थलो में हो जाता है। यह सच्चाई है कि साल के प्रारम्भ जनवरी और फरवरी महीने में हजारों की संख्या में लोग सपरिवार,मित्र मंडली के साथ पिकनिक स्थल जैसे सतरेंगा, देवपहरी, नकिया, गहनिया, झोराघाट, अरेतरा, बुका , रानी झरना , कॉफी प्वाइंट आदि स्थानों में पहुंचते हैं। स्वागत के जश्न में पार्टी करते हैं,वनभोज का आनंद लेते हैं पर कचड़ों को वहां फ़ैला कर खूबसूरत जगह को बदसूरत भी कर देते हैं। कोरबा जिले के सभी पिकनिक स्थल बहुत सुन्दर और प्रसिद्ध हैं जिसके कारण यहां बिलासपुर, रायपुर, रायगढ़, अंबिकापुर, सुरजपुर, दुर्ग भिलाई, जांजगीर चांपा जैसे अन्य जिला क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं और वहीं लोग जब यहां के फैले गंदगी को देखते हैं तो कहीं न कहीं कोरबा जिले छवि ख़राब होती हैं जिसके लिए हम सब को सोचने की आवश्कता है। साथ ही ऐसे खुबसुरत जगहों को संवारने की जरुरत है। अपशिष्ट सामग्रियों को इधर उधर फेंकने, बिखेरने की बजाय उसका उचित निपटारा करना चाहिए ताकि आपके बाद वहां जाने वालों को भी सुखद अहसास हो।
0 पर्यावरण और वन्य जीव जन्तु के लिए भी श्राप

जितेंद्र सारथी ने कहा है कि जंगल और पहाड़ों के आस पास पिकनिक स्थल होने से वहां के पर्यावरण को काफ़ी नुकसान उठाना पड़ता है। पिकनिक के बाद फैले पन्नी, थैला, कांच के बोतल,शराब की शीशियां,बचा हुआ भोजन फैलने के कारण रात होते ही पहुंचने वाले जंगली जानवर कई बार पन्नी को निगल लेते हैं साथ ही शराब के टूटे बोतल फैले होने के करण उनके पैरों में कांच चुभ जाने से गहरे घाव हो जाते हैं जिसके कारण वो लंबे समय तक दर्द से तड़पते रहते हैं। कभी-कभी तो घाव गहरे होने के कारण मौत तक हो जाती है। वाइल्डलाइफ रेस्क्यू टीम प्रमुख जितेंद्र सारथी ने सभी आम जनों से अपील किया है कि पिकनिक स्थल कर जश्न मनाएं पर सफ़ाई कर के ही आएं क्योंकि मन को सुकून देने वाले पिकनिक स्थलों को स्वच्छ रखने की नैतिक ज़िम्मेदारी भी हम सबकी ही है।

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