दिल्ली में RSS का नया दफ्तर चार एकड़ में फैला है, भाजपा मुख्यालय से बड़ा हैं.. लागत लगभग…
नई दिल्ली में आरएसएस के नए मुख्यालय में तीन ऊंची इमारतें हैं, जिनमें से प्रत्येक G+12 मंजिल की है, जो विभिन्न परिचालन आवश्यकताओं को पूरा करती हैं।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने नई दिल्ली में अपने विशाल नए कार्यालय परिसर केशव कुंज का अनावरण किया है। यह कार्यालय अत्याधुनिक, पर्यावरण अनुकूल सुविधा है, जिसे पूरी तरह से 150 करोड़ रुपये के सार्वजनिक योगदान से वित्त पोषित किया गया है।

यह करीब चार एकड़ में फैला है। खास बात यह है कि यहां पर पांच बेड वाला अस्पताल और आराम करने के लिए बड़े लॉन भी हैं। संघ का नया दफ्तर भाजपा मुख्यालय से भी बड़ा है और इसमें संघ के कार्यालय, आवासीय स्थान और अन्य गतिविधियों के लिए जगह है।

नवनिर्मित आरएसएस मुख्यालय में तीन टावर हैं। जिन्हें “साधना”, “प्रेरणा” और “अर्चना” नाम दिया गया है। इन टावरों में सामूहिक रूप से 300 कमरे, कार्यालय स्थान, कॉन्फ्रेंस हॉल और ऑडिटोरियम हैं। कुछ ऐसे कमरे भी हैं, जहां हर स्वयंसेवक को जाने की अनुमति नहीं होगी। वो संघ प्रमुख या संघ के बड़े नीति निर्धारकों के लिए सुरक्षित हैं।
दिल्ली में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने अपने नये दफ्तर को खोल दिया है। 5 लाख वर्ग फीट जगह में फैला नया दफ्तर भी केशव कुंज के नाम पर ही है। जिसमें टावर, ऑडिटोरियम, एक पुस्तकालय, एक अस्पताल और एक हनुमान मंदिर है।
इस दफ्तर में 19 फरवरी को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत स्वयंसेवकों से मिलने वाले हैं।
आरएसएस खुद को एक एनजीओ बताता है जो समाज सेवा के काम में जुटा हुआ है। उसके दिल्ली दफ्तर को बनाने पर 150 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। संघ का दावा है कि यह पैसा उसे स्वयंसेवकों से मिला है। कुछ पैसा संघ से जुड़े लोगों से भी मिला। 7 स्टार बताये जा रहे संघ के इस दफ्तर में सारी सुख सुविधाएं मौजूद हैं। यह अलग बात है कि कई राज्यों में भाजपा के जिला कार्यालय अब आलीशान भवनों में जा चुके हैं। जिन्हें सरकार से सस्ती कीमत पर जमीन मिली है। हरियाणा में ऐसे आधुनिक बीजेपी दफ्तर को निजी कंपनियों ने बनाये हैं, जिन्हें लेकर विवाद भी रहा है। हरियाणा में आरएसएस का पानीपत के पास बनाया गया प्रकल्प भी चर्चा में रहा है। जो एक तरह का भव्य ट्रेनिंग सेंटर ही है।