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कविता: तुम में और मुझ में कौन है बेहतर…?
तुम में और मुझ में कौन है बेहतर
ऊँची पर्वतों की चोटी
यह धरती का लघु कण,
राजकुमार का शयन कक्ष
या योद्धाओं का रण?
तुम में और मुझ में कौन है बेहतर?
पवन की गोद में खेलते पुष्प
यह तूफान से लड़ता कांटा?
ऊँची आवाज़ में दहाड़ने वाला मेघ
या बरसते मेघ का सन्नाटा।
तुम में और मुझ में कौन है बेहतर?
छोटा सा सुंदर तालाब
यह ऊँचाई से गिरता झरना,
यह सिक्कों से भरी नदी?
या समंदर का गहराई से संघर्ष करना?
– बिंदेश कुमार झा (नई दिल्ली)