छत्तीसगढ़ की राजनीति नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव में ओबीसी आरक्षण को लेकर गरमाई हुई है.. नाराजगी दूर करने BJP क्या OBC वर्ग से भाजपा प्रदेशाध्यक्ष देगी…इनकी चर्चा
OBC वर्ग से यदि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनाती है तो विधायक धरमलाल कौशिक, पूर्व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, दुर्ग के पूर्व सांसद विजय बघेल में से किसी एक बनाया जा सकता है ऐसी चर्चा भाजपा खेमे के अंदर चल रही है.
रायपुर: नगरीय निकाय चुनाव से पहले विष्णुदेव साय सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना भी बढ़ गई है। वहीं छत्तीसगढ़ में भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा शुक्रवार को होगी।
भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष की सर्वसम्मति से शुक्रवार को घोषणा होगी। इससे पहले कयासों और चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। वर्तमान प्रदेशाध्यक्ष किरण सिंह देव को पूर्णकालिक अध्यक्ष मनोनित करने की संभावना जताई जा रही है। यदि ऐसा नहीं होता है तो भाजपा ओबीसी पर दांव खेल सकती है।
इसके पीछे का तर्क है कि वर्तमान में प्रदेश की राजनीति नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव में ओबीसी आरक्षण को लेकर गरमाई हुई है। आरक्षण मुद्दे को लेकर कांग्रेस हमलावर है और आरोप लगा रही है कि जानबूझकर वर्ग संघर्ष फैलाने पिछड़ा वर्ग के आरक्षण में कटौती करने का षड़यंत्र किया गया है ताकि बहुसंख्यक आबादी चुनाव लड़ने से वंचित रह जाए।
पूरे प्रदेश में जिला पंचायत का एक भी अध्यक्ष पद पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित नहीं हुआ है। भाजपा से जुड़े नेताओं का मानना है कि आरक्षण मुद्दे को पार्टी को नुकसान उठाना पड़ सकता है। प्रदेशाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपकर ओबीसी वर्ग की नाराजगी को समाप्त किया जा सकता है
इसमें विधायक धरमलाल कौशिक, पूर्व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, दुर्ग के पूर्व सांसद विजय बघेल का नाम चर्चा में है। इसके अलावा पूर्व मंत्री विक्रम उसेंडी और पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा के नाम की भी चर्चा है।
