गुजरात: निकाय चुनाव में BJP के 215 उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित, नाम वापस लेने वाले प्रत्याशी कांग्रेस से होंगे निष्कासित
Gujrat News: गुजरात में जूनागढ़ महानगर पालिका, 68 नगर पालिकाओं और तीन तालुका पंचायतों के लिए रविवार (16 फरवरी) सुबह सात बजे से वोटिंग शुरू हुई जो शाम छह बजे तक चली, जबकि मतों की गिनती मंगलवार को होगी.
बता दें दो हजार से अधिक सीटों के लिए हो रहे चुनाव से दो दिन पहले लगभग दसवां हिस्सा पहले ही बीजेपी की झोली में आ गया है. एक रिपोर्ट के अनुसार, निर्विरोध घोषित की गई 215 सीटों पर कोई चुनाव नहीं होगा, क्योंकि इनमें से हर एक सीट पर केवल एक उम्मीदवार मैदान में रह गया है जबकि बाकियों ने नामांकन वापस ले लिया है. इस तरह अब इन चुनावों में कुल 5,084 उम्मीदवार मैदान में हैं.
बीजेपी जूनागढ़ नगर निकाय की नौ सीटों सहित विभिन्न स्थानीय निकायों की 215 सीटों पर अन्य दलों के उम्मीदवारों के नामांकन वापस लेने के बाद निर्विरोध जीत रही है. बीजेपी ने जिन 215 सीटों पर निर्विरोध जीत हासिल की है, उनमें से 196 नगर पालिका, 10 जिला और तालुका पंचायत और नौ सीट जूनागढ़ नगर निगम में है. हालांकि, कांग्रेस ने आरोप लगाया कि उसके उम्मीदवारों ने बीजेपी से धमकी मिलने के बाद अपने नाम वापस लिए. बीजेपी ने कांग्रेस के आरोपों का खंडन किया है.
गुजरात के जूनागढ़ नगर पालिका निगम,68 नगर पालिकाओं और तीन तालुका पंचायतों में स्थानीय निकाय चुनाव के लिए रविवार को मतदान सम्पन्न हुआ। मतदान से पहले ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने निर्विरोध 215 सीटें हासिल कर ली हैं, जो कुल लड़ी गई सीटों का लगभग 10 प्रतिशत है।
बता दें कि गुजरात सरकार द्वारा 2023 में पंचायतों और नगर पालिकाओं में अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के लिए 27% आरक्षण की घोषणा करने के बाद यह पहला स्थानीय निकाय चुनाव है.
कांग्रेस ने क्या कहा?
निकाय चुनाव के बीच कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी का संगठनात्मक ढांचा वास्तव में खराब है, लेकिन इसका कारण यह है कि हम लंबे समय से राज्य और स्थानीय निकायों में सत्ता से बाहर हैं. चुनावों के दौरान और नतीजों के बाद बीजेपी निर्वाचित कांग्रेस नेताओं को लुभाने के लिए अपने पास उपलब्ध सभी तकनीकों का इस्तेमाल करती है.
गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष शक्ति सिंह गोहिल ने गुरुवार को जूनागढ़ नगर निगम चुनाव के लिए प्रचार करते हुए कहा कि पार्टी को बीजेपी को कड़ी टक्कर देने का भरोसा है, क्योंकि मतदाताओं में गुस्सा है. उन्होंने कहा कि यही कारण है कि बीजेपी धन, बाहुबल, पुलिस और प्रशासन का दुरुपयोग कर रही है और गुंडों को तैनात कर रही है. वे क्यों डर रहे हैं? उन्होंने कहा कि पार्टी ने नाम वापस लेने वाले 215 उम्मीदवारों को निष्कासित करने का फैसला किया है.
