CHHATTISGARHKORBA
खसरा नं.462/1/क, का मामला न्यायालय में लंबित
जिला कलेक्टर के अभिमत प्राप्त होने के उपरांत ही पंजीयन/क्रय-विक्रय की होगी कार्यवाही
कोरबा। कटघोरा विकासखंड के ग्राम जेंजरा के पटवारी हल्का नंबर 11 में स्थित भूमि खसरा नंबर 462/1/क रकबा 0.049 हेक्टेयर वर्ष 2004-05 से 2008-09 तक हस्तलिखित खसरा पांचसाला में विजयपाल सिंह पिता दलगंजन सिंह सा. देह भूमि स्वामी के नाम पर दर्ज था तथा आगामी हस्तलिखित खसरा पांचसाला वर्ष 2009-10 से 2013-14 तक खसरा नंबर 162/1/क रकबा 0.049 हे. भूमि सतत् रूप से विजयपाल सिंह पिता दलगंजन सिंह के नाम पर चला आ रहा था। जिसमें आधार वर्ष 2014-15 में उक्त खसरा नंबर ललिता सिंह बेवा छत्रपाल सिंह, जयवर्धन सिंह पिता छत्रपाल सिंह, जाति- तंवर के नाम पर दर्ज होना पाया गया। श्रीमती ललिता सिंह बेवा स्व. छत्रपाल सिंह के द्वारा हक त्याग करने से न्यायालय तहसीलदार कटघोरा के रा.प्र.क्र. 31/अ-6/2019-20 आदेश दिनांक 07.07.2020 के तहत् उक्त वाद भूमि जयवर्धन सिंह पिता स्व. छत्रपाल सिंह के नाम पर दर्ज होना पाया गया।
अतः ग्राम-जेंजरा, प.ह.नं. 11, तहसील-कटघोरा, जिला- कोरबा स्थित वाद भूमि खसरा नंबर 462/1/क रकबा 0.049 हे. का वर्ष 2004-05 से 2013-14 तक का अवलोकन से उक्त भूमि विजयपाल सिंह पिता दलगंजन िंसंह के नाम पर सतत् रूप से दर्ज था। वर्ष 2014-15 में राजस्व अभिलेखों का कम्प्यूटीकृत होने के उपरांत आधार वर्ष में ही उक्त वाद भूमि ललिता सिंह बेवा छत्रपाल सिंह, जयवर्धन सिंह पिता छत्रपाल सिंह के नाम पर दर्ज हुआ जिसमें किसी प्रकार का नामांतरण संबंधी कोई उल्लेख नही है।
चूंकि प्रकरण न्यायालय में लंबित है अतः खसरा नंबर 462/1/क रकबा 0.049 हेक्टेयर भूमि का जिला कलेक्टर के अभिमत प्राप्त होने के उपरांत ही पंजीयन/क्रय-विक्रय की कार्यवाही किया जाना उचित होगा।