किताबों के लेकर बखेड़ा: जिला शिक्षा अधिकारियों ने प्राइवेट स्कूलों को आदेशित किया , एसोसिएशन ने जताई आपत्ति
रायपुर, 6 मई। नए शिक्षा सत्र से पहले किताबों को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। कई जिलों में शिक्षा अधिकारियों ने निजी स्कूलों को आदेशित किया है कि एनसीईआरटी, और एससीईआरटी से परे कोई और किताब न चलाएं। इस पर निजी स्कूल प्रबंधन ने आपत्ति की है।
निजी स्कूलों के एसोसिएशन का कहना है कि माध्यमिक शिक्षा मंडल के स्कूलों की पुस्तकों का प्रकाशन पाठ्य-पुस्तक निगम करता है। सीबीएसई के स्कूलों की किताबों का प्रकाशन एनसीईआरटी और एससीईआरटी द्वारा किया जाता है।
यह भी साफ निर्देश है कि जो कि किताबें एनसीईआरटी और एससीईआरटी प्रकाशित नहीं करता है, तो बाजार से किताबें ली जा सकती है। ऐसे जिला शिक्षा अधिकारियों के आदेश शैक्षणिक गतिविधियों को बाधित करने वाली है।
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एसोसिएशन का कहना है कि किताबों को लेकर की जा रही जबरदस्ती गैर जरूरी, और शैक्षणिक गतिविधियों को बाधित करने वाली है।
एसोसिएशन का कहना है कि इस मामले में छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन के पास पूर्व से ही स्टे है।
उच्च न्यायालय ने अपने आदेश में छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन के सदस्य स्कूलों को एनसीईआरटी या एससीईआरटी की किताबों के अलावा किताबें चलने पर स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा किसी भी कार्रवाई पर स्टे दिया है।
इस सिलसिले में एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव गुप्ता ने स्कूल शिक्षा सचिव को पत्र लिखकर आपत्ति जताई है।

