कमजोर दीवार तोड़कर घुसा था,दम घुटने से मौत
0 बंद पड़े खदान के मुहाने के भीतर मिली लापता गोपी की लाश
कोरबा-बांकीमोंगरा। एसईसीएल की बांकीमोंगरा थानांतर्गत स्थित बंद पड़े अंडरग्राउंड कोयला खदान के मुहाने के भीतर प्रवेश कर गए व्यक्ति की लाश आज बरामद हुई। वह पिछले तीन दिनों से अपने घर से लापता था। तलाश के दौरान संदेह होने पर परिजनों ने उसे मौके से तलाशा और पुलिस को सूचना दी। इस मामले में एसईसीएल प्रबंधन की लापरवाही भी कहीं न कहीं सामने आई है, जिसके द्वारा बनाई गई कमजोर दीवार को तोडक़र मृतक भीतर घुस गया था।
जानकारी के अनुसार बांकीमोंगरा थाना अंतर्गत एसईसीएल कोरबा परियोजना क्षेत्र की 2 नंबर बांकी खदान के पास रहने वाले संत राम यादव का 44 वर्षीय पुत्र गाोपीराम यादव 19 अगस्त को बिना बताये कहीं चला गया। परिजनों द्वारा उसकी खोजबीन करने के साथ बांकीमोंगरा थाना में सूचना भी दी गई। पुलिस भी अपने स्तर पर तलाश कर रही थी और परिजन भी खोजबीन में लगे थे। तलाश के दौरान घर से करीब 20-25 मीटर दूर तलाश करते हुए जब कुछ परिजन यहां बंद खदान के मुहाने (गोप) के पास पहुंचे तो दीवार का कुछ हिस्सा नया-नया जुड़ा हुआ पाया। आशंकावश जब नये जुड़े हिस्से को तोड़ा गया तो भीतर गोपी राम का टॉर्च नजर आया। तत्काल इसकी सूचना आसपास के लोगों और पुलिस को दी गई।
मौके पर थाना प्रभारी निरीक्षक तेज राम यादव मातहतों के साथ पहुंचे। यहां प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि एसईसीएल प्रबंधन द्वारा इस बन्द खदान के मुहाने को दीवार से बंद करने के बाद देखरेख के लिए कर्मचारी तैनात किए गए हैं। इन्हीें कर्मियों ने गोप की दीवार को टूटा हुआ देखा तो उसे पुन: ऐहतियातन जोड़ाई कर बन्द कर दिया लेकिन भीतर नहीं झांका था। पुलिस ने दो लोगों को देखने के लिए भीतर भेजा तो वे करीब 20 मीटर दूरी तक जाने के बाद वापस लौट आये क्योंकि ऑक्सीजन की कमी होने से सांस लेने में दिक्कत होने लगी थी। इसके बाद एसईसीएल कुसमुंडा से संपर्क कर रेस्क्यू टीम को बुलाया गया। पहले दो जवान अंदर गये लेकिन ऑक्सीजन की कमी के कारण वापस लौट आये और फिर ऑक्सीजन सिलेण्डर के साथ स्ट्रेचर लेकर चार लोग भीतर गये और गोपी यादव का शव बाहर लाया गया। शव बाहर आते ही परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस ने मर्ग, पंचनामा की कार्यवाही पश्चात पोस्टमार्टम कराकर सुपुर्द करने की कार्यवाही की।