औरंगजेब विवाद ने महाराष्ट्र का माहौल खराब कर दिया,..संजय राउत ने कहा “औरंगजेब की कब्र शौर्य का प्रतीक, कभी टूटनी नहीं चाहिए”
फिल्म छावा के बाद सियासी गलियारों से निकले औरंगजेब विवाद ने महाराष्ट्र का माहौल खराब कर दिया है। इसकी परिणति सोमवार की रात नागपुर में हिंसा, बवाल और आगजनी के रूप में सामने आई। सियासी गलियारों से उठी चिंगारी के बाद भड़की हिंसा की आग में अब भी सियासतदान घी की आहुति डालने में जुटे हुए हैं।
महाराष्ट्र:नागपुर के महल इलाके में सोमवार की रात हुई हिंसा के बाद से न केवल ऑरेंज सिटी बल्कि पूरे सूबे में तनाव का माहौल है। महल इलाके में एक समुदाय ने बड़े स्तर पर हिंसा और आगजनी को अंजाम दिया।
इस हिंसा में कई पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं। जिसके बाद से नागपुर के कई क्षेत्रों में कर्फ्यू घोषित कर दिया गया है। दूसरी तरफ इस हिंसा को लेकर सियासत भी शुरू हो चुकी है।

नागपुर में हुई हिंसा को लेकर एक तरफ भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगी दलों के नेता लोगों से शांति की अपील की बात कर रहे हैं। हिंसां को अंजाम देने वाले उपद्रवियों पर कठोर कार्रवाई की बात कर रहे हैं तो दूसरी तरफ विपक्षी दल के नेता सरकार को घेरने में जुट गए हैं। इस बीच शिवसेना यूबीटी सांसद संजय राउत का एक ऐसा बयान सामने आया है जिसने सूबे में भूचाल ला दिया है।
शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत ने औरंगजेब की कब्र को शौर्य का प्रतीक बताते हुए इसे नहीं टूटने की बात कही.
सोमवार को संजय राउत ने कहा, “औरंगजेब की कब्र है. यह शौर्य का प्रतीक है. कभी टूटनी नहीं चाहिए. छत्रपति शिवाजी महाराज ने औरंगजेब से इतना बड़ा युद्ध किया. उनके बाद भी औरंगजेब 25 साल तक लड़ता रहा लेकिन कभी जीत नहीं सका. महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र है. यह मराठों के शौर्य का प्रतीक है.”
संजय राउत ने आगे कहा कि औरंगजेब हो या अफजल खान की कब्र यह यह मराठों के शौर्य का स्मारक है. आने वाली पीढ़ियों को पता चलना चाहिए कि शिवाजी महाराज और मराठों ने किस तरह आक्रामक दुश्मनों से लड़ाई लड़ी, लेकिन वे मराठों पर हावी नहीं हो सके. यह इतिहास है और इसे ऐसा ही रहना चाहिए.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा ‘औरंगजेब की कब्र का महिमा मंडन किया तो फाड़ कर रख देंगे…’