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आजाद बलूचिस्तान की जारी है लड़ाई…बलूची आवाम के टारगेट पर पाकिस्तान सैन्य ठिकाने

नई दिल्ली: बलूची आवाम के टारगेट पर पाकिस्तान सैन्य ठिकाने हैं. बलूचिस्तान की आजादी को लेकर संघर्ष कर रही बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने पाकिस्तानी सेना और पुलिस के 39 ठिकानों को निशाना बनाने की बात स्वीकारी है.

बीते कई घंटों में हमलों में तेजी

बलूचिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी की तरफ से हमले तेज कर दिए गए हैं. जानकारी के मुताबिक 8 से 10 मई यानी बीते 48 घंटों के बीच बलूचिस्तान में हमलों में तेजी देखी गई है. जिसके तहतक्वेटा, केच, पंजगुर, नुश्की, खुजदार और अन्य जिलों सहित विभिन्न जिलों में 56 से अधिक घटनाएं दर्ज की गईं हैं.

BLA ने कहा टारगेट हासिल होने तक जारी है एक्शन

BLA पाकिस्तान से आजादी के लिए संघष्र कर रही है. इसको लेकर BLA लंबे समय से पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ मोर्च में है, लेकिन बीते कुछ महीनों से BLA ने अपना एक्शन तेज किया है. इसी कड़ी में BLA ने बलूचिस्तान के अंदर पाकिस्तान सैन्य और पुलिस के 39 ठिकानों में हमले की जिम्मेदारी ली है. BLA ने भारतीय समाचार एजेंसी ANI से बातचीत करते हुए ये जिम्मेदारी ली है. साथ ही BLA ने एक प्रेस बयान में कहा है कि उसका ऑपरेशन अभी जारी है, जिसका उद्देश्य कई रणनीतिक लक्ष्य पूरा करना है.

सैन्य काफिलों को बनाया निशाना

BLA के प्रवक्ता जीयंद बलूत ने समाचार एजेंसी ANI से बातचीत करते हुए कहा कि BLA ने हाल में किए हमलों में स्थानीय पुलिस स्टेशनों, सैन्य काफिलों और प्रमुख राजमार्गों के साथ ही बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया है, जिमसें प्रमुख सड़कों पर नाकाबंदी भी शामिल है. जिसके तहत बलूच लिबरेशन आर्मी ने पंजगुर और होशाब में सशस्त्र लोगों ने पुलिस स्टेशनों सहित सरकारी इमारतों पर कब्जा कर लिया है और पुलिस के हथियार जब्त कर लिए हैं. अन्य प्रमुख लक्ष्यों में चेक पोस्ट, प्रमुख राजमार्ग और लिंक सड़कें शामिल थी.वहीं पाकिस्तान ने कार्रवाई करते हुए एक बर्जुग बलूच कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया है.

आजाद बलूचिस्तान की जारी है लड़ाई

पाकिस्तान पर भेदभाव, आर्थिक शोषण और सैन्य दमन का आराेप लगाते हुए लंबे समय बलूच उससे अलगाव चाहते हैं. जिसके तहत आजाद बलूचिस्तान की मांग लंबे समय से होती रही है. वहीं बलूच आरोप लगाते हुए हैं कि पाकिस्तान स्थानीय आबादी को लाभ पहुंचाए बिना क्षेत्र के प्राकृतिक संसाधनों के दोहन कर रहा है.

बलूच लिबरेशन आर्मी यानी BLA क्या है?

बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) एक संगठन है जो पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत की स्वतंत्रता के लिए लड़ रहा है। इसकी स्थापना 2000 के दशक की शुरुआत में हुई और इसे कई देशों द्वारा आतंकी संगठन भी घोषित किया गया है।

BLA का दावा है कि बलूचिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों का शोषण हो रहा है और बलूच लोगों के अधिकार छीन लिए गए हैं। यह संगठन पाकिस्तानी सेना, सरकार और चीनी प्रोजेक्ट्स जैसे CPEC को निशाना बनाता रहा है।

BLA अपनी गुरिल्ला शैली के लिए जाना जाता है। यानी पहाड़ी इलाकों में छिपकर सेना पर हमला करना और तुरंत वापस लौट जाना। BLA में दो प्रमुख ब्रिगेड हैं…

  1. मजीद ब्रिगेड: इसे कामीकाजे यूनिट भी कहा जाता है क्योंकि इसके सदस्य आत्मघाती हमलों के लिए तैयार रहते हैं।
  2. फतेह स्क्वॉडः एक छोटी, लेकिन सटीक हमला करने वाली यूनिट। हालिया पाक आर्मी काफिला हमले में इसका नाम सामने आया।
  3. पाक सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर ने हाल में एक बयान में कहा कि बलूचिस्तान में महज 1500 लोगों की वजह से अशांति फैली है और वो पाकिस्तान की लाखों की प्रोफेशनल फौज का कुछ नहीं बिगाड़ सकते।

ब्रिटिश ह्यूमन राइट एक्टिविस्ट पीटर टैचेल का मानना है कि पाकिस्तान बलूचिस्तान की स्वतंत्रता में देरी कर सकता है, लेकिन इसे हमेशा के लिए रोका नहीं जा सकता। उन्होंने बलूच संघर्ष की तुलना वियतनाम के आंदोलन से की है।

बलूच लेखक मीर यार का कहना है कि बलूचिस्तान अब आजादी से सिर्फ दो कदम दूर है। उन्होंने इसकी 1971 के बांग्लादेश की स्थिति से तुलना करते हुए कहा कि पाकिस्तान की सेना और खुफिया एजेंसियां इस वास्तविकता को स्वीकार नहीं कर रही हैं।

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