अर्थिंग तार पेड़ से बांधा,दौड़ते करंट ने ली 3 की जान,किस पर होगा FIR
कोरबा। विद्युत वितरण विभाग के मैदानी कर्मियों की लापरवाही कहें या अधिकारियों का अपने अमले पर आंख बंद कर भरोसा, कि इनकी कारगुजारियों से कभी इंसान तो कभी बेजुबानों की जान पर बन आती है।
कोरबा के पश्चिम अंचल कुसमुण्डा में काली मंदिर की दीवार के पीछे 3 भैंसों की करंट लगने से मौत हो गई। बिजली विभाग की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि बिजली विभाग ने खंभे से अर्थिंग के लिए तार को एक पेड़ पर बांधकर उसे नीचे लटका दिया था। इसके संपर्क में आकर 3 रास भैंस की मौत हो गई। इसके बाद जब पेड़ से बंधे और लटके तार में लोगों ने टेस्टर लगाकर चेक किया तो करंट दौड़ रहा था इसकी सूचना तत्काल बिजली विभाग को दी गई। करंट प्रवाहित तार को पेड़ से काटकर अलग किया गया।
मवेशी मालिक वीरान सिंह ने बताया कि वह कुसमुंडा बस्ती में रहता है। बिजली विभाग की लापरवाही के कारण उसके भैंसों की मौत हुई है। इंसान भी इसकी चपेट में आ सकते थे, उनकी भी मौत हो सकती थी। मवेशियों की मौत होने के कारण उसे लाखों का नुकसान हुआ है। एक अन्य मवेशी मालिक हीरा सिंह ने बताया कि हमारे पास रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गई है। भैंस की कीमत एक से डेढ़ लाख रुपए है। बिजली विभाग वालों ने अर्थिंग तार को एक पेड़ से बांध दिया था, जिससे उसमें करंट फैल गया। मवेशी मालिक मुआवजा और उचित क़ानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।सवाल है कि इस मामले में मौत के किन जिम्मेदार लोगों पर एफआईआर या वैधानिक कार्रवाई होगी,या इन्हें क्लीनचिट दे दिया जाएगा.?