अधिकार से बाहर KR डहरिया,विवादित आदेश निरस्त किया कलेक्टर ने,जानें पूरा मामला…
0 स्वयं भू डीईओ बनकर उड़ाए नियमों की धज्जियां
कोरबा। कोरबा जिले में पदस्थ मूल रूप से व्याख्याता किंतु जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में सहायक संचालक बनाकर बैठाए गए के आर डहरिया की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है। शिक्षकों की प्रधानपाठक पदोन्नति व पदांकन से विवादों में आए और शिक्षा विभाग सहित प्रशासन को हाई कोर्ट के कटघरे में खड़ा करने वाले के आर डहरिया ने अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर एक और कारनामा किया है। उनकी करस्तानी जिलाधीश के संज्ञान में आने पर उन्होंने तत्काल प्रभाव से निर्देश दिया और नियम विरुद्ध आदेश जिला शिक्षा अधिकारी ने तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया है।
यह ताजा मामला उच्च अधिकारी के अनुमति बिना ही त्यागपत्र दे चुके सहायक शिक्षक की पुनः नियुक्ति कर देने का है।
शासन द्वारा तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी गोवर्धन प्रसाद भारद्वाज के निलंबन के पश्चात कलेक्टर द्वारा अपर कलेक्टर प्रदीप साहू को प्रशासनिक व्यवस्था के तहत जिला शिक्षा अधिकारी का प्रभार दिया गया है। दूसरी तरफ इस बार के आर डहरिया कलेक्टर और अपर कलेक्टर को बाईपास कर दिया।
दरअसल पूर्व में अपना तकनीकी त्यागपत्र दिए हुए एक सहायक शिक्षक नवीन कुमार केरकेट्टा को नई पदस्थापना का जिला व क्षेत्र काफी दुष्कर लगा तो उन्होंने वापस कोरबा के पूर्व स्कूल में ज्वाइनिंग के लिए आवेदन/आग्रह किया। त्याग पत्र देने के बाद नियमतः दुबारा कार्यभार ग्रहण कराने का आदेश वही अधिकारी निकाल सकता है जिसके पास डीडीओ पावर होता है, किन्तु वह भी अपने उच्च अधिकारियों की सहमति लेकर ही दुबारा कार्यभार ग्रहण करने का आदेश कर सकता है। इसके विपरीत केआर डहरिया ने बिना किसी से सहमति लिए ऐसा कृत्य कर आदेश जारी कर दिया। 11 मार्च 2024 को जारी पूरी तरह विसंगतिपूर्ण/अधिकार से परे जा कर किये इस आदेश के पीछे लेन-देन की बाद अपुष्ट तौर पर सामने आई है लेकिन जैसे ही यह सब कलेक्टर अजीत वसंत के संज्ञान में लाया गया,उन्होंने निर्देश जारी कर उक्त आदेश को निरस्त करा दिया है।
0 रोकी गई है दो इंक्रीमेंट, कलेक्टर जांच भी करवा रहे हैं
जिले के शिक्षा अधिकारी गोवर्धन भारद्वाज के निलंबन के पश्चात इसी विभाग में सहायक संचालक के रूप में संलग्न के आर डहरिया जिनका मूल पद व्याख्याता का है, जो स्वयं को प्रभारी प्राचार्य जैसा पद बताकर शासन स्तर से सहायक संचालक का आदेश करवा कर विवादों के साथ यथावत बने हुए हैं। लोक शिक्षण संचालनालय से दो वेतन वृद्धि रोकने की सजा प्राप्त के आर डहरिया ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में एक आदेश निकलकर सभी को प्रभावित किया, जिस पर लिपिकों ने नाराजगी जाहिर करते हुए कलेक्टर एवं लोक शिक्षण संचालालय तक इसकी शिकायत कर दी। जांच हेतु कलेक्टर ने जिला पंचायत सीईओ से जांच शुरू करा दी है,परंतु डहरिया अपने कृत्यों से अब भी बाज नहीं आ रहे।

